गरमा गरम रोटली को घी के साथ खाना सभी को पसंद होता है। हमारी थाली में रोटली और घी मिलाना कोई नई बात नहीं है। यह परंपरा दादी-नानी के ज़माने से चली आ रही है। यह सिर्फ़ एक परंपरा नहीं, बल्कि सेहत का राज़ (घी के साथ रोटी खाने के स्वास्थ्य लाभ) है।
आयुर्वेद में घी को अमृत कहा गया है। आधुनिक विज्ञान भी इसके गुणों का लोहा मानता है। आजकल जब हर कोई फिटनेस और डाइटिंग में व्यस्त है, तो सवाल उठता है कि क्या रोटी पर घी लगाना वाकई सेहतमंद है या यह सिर्फ़ एक पुरानी आदत है।
घी के साथ रोटी खाने से कौन सी बीमारी ठीक हो सकती है?
1) पाचन क्रिया को मज़बूत करता है
घी पाचन तंत्र को मज़बूत बनाता है। जब आप घी के साथ रोटी खाते हैं, तो रोटी में मौजूद फाइबर और कार्बोहाइड्रेट आसानी से पच जाते हैं। यह पेट को हल्का रखता है और कब्ज की समस्या को दूर करता है।
2) शरीर को तुरंत ऊर्जा देता है
घी में मौजूद अच्छे वसा और ओमेगा-3 फैटी एसिड शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करते हैं। यही कारण है कि किसान और मजदूर सुबह जल्दी उठकर घी लगी रोटी खाते थे ताकि पूरे दिन ताकत मिल सके।
3) मस्तिष्क और त्वचा के लिए फायदेमंद
घी में मौजूद विटामिन A, D, E और K मस्तिष्क के विकास, आँखों की रोशनी, त्वचा की चमक और बालों की मजबूती में मदद करते हैं। इन्हें अपने आहार में शामिल करने से आपको एक नहीं बल्कि कई लाभ मिलते हैं।
4) वज़न नियंत्रण में सहायक
सही मात्रा में घी खाने से मेटाबॉलिज़्म बढ़ता है। मेटाबॉलिज़्म अच्छा होने पर शरीर में चर्बी जमा नहीं होती और वज़न भी नियंत्रित रहता है। अगर घी का सेवन सही मात्रा में किया जाए, तो इससे मोटापे जैसी समस्याएँ नहीं होतीं।
5) हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छा
अगर आप शुद्ध देसी गाय का घी खाते हैं, तो यह आपके हृदय के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसमें मौजूद CLA (कॉन्जुगेटेड लिनोलिक एसिड) रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
6) रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
घी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं। इसके नियमित सेवन से बीमारियाँ दूर रहती हैं और शरीर मज़बूत बनता है। इससे शरीर कई बीमारियों से दूर रहता है।
रोटी पर घी लगाने के नुकसान
1) अगर आपकी शारीरिक गतिविधि कम है और आप ज़्यादा घी खाते हैं, तो वज़न बढ़ना तय है। घी में कैलोरी ज़्यादा होती है जिससे चर्बी बढ़ती है।
2) ज़्यादा घी खाने से रक्त में ख़राब कोलेस्ट्रॉल (LDL) बढ़ सकता है, जिससे दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है और स्ट्रोक।
3) मधुमेह और रक्तचाप के रोगियों को घी का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए, अन्यथा स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं।
4) कुछ लोगों को डेयरी उत्पादों से एलर्जी होती है। ऐसे लोगों को घी खाने के बाद गैस, एसिडिटी या दस्त की समस्या हो सकती है।
कितना घी खाना चाहिए?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, एक स्वस्थ व्यक्ति प्रतिदिन 1-2 चम्मच यानी 5-10 ग्राम घी का सेवन कर सकता है। अगर आप ज़्यादा शारीरिक गतिविधि करते हैं, तो थोड़ा ज़्यादा ले सकते हैं, लेकिन अगर आपको हृदय रोग, मधुमेह या अधिक वज़न है, तो डॉक्टर से ज़रूर सलाह लें।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।