भोजन न केवल बच्चों के शारीरिक बल्कि मानसिक विकास को भी प्रभावित करता है। अगर बच्चों को अच्छा पोषण मिले, तो उनका विकास भी अच्छी तरह होता है, जबकि अगर भोजन सही न हो, तो बच्चे शारीरिक और मानसिक रूप से कमज़ोर हो सकते हैं।
साथ ही, पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ बच्चों के दिमाग को तेज़ बनाने में भी मदद करते हैं। ऐसे में, बाल रोग विशेषज्ञ अर्पित गुप्ता बता रहे हैं कि बच्चों को कौन से खाद्य पदार्थ दिए जाने चाहिए।
बच्चों के मस्तिष्क विकास के लिए भोजन
अंडा
अंडे बच्चों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। अंडे में प्रोटीन और कोलीन की मात्रा अधिक होती है, जिससे मस्तिष्क का विकास बेहतर होता है। इसलिए बच्चे को अंडे खिलाने से उसका मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है।
बीन्स
बीन्स पोषक तत्वों का भंडार हैं। बीन्स प्रोटीन, ज़िंक, मैग्नीशियम और फोलेट से भरपूर होते हैं। ऐसे में दालों को कुकर में पकाकर या उबालकर सूप, डोसा या कोई भी अन्य व्यंजन बनाकर बच्चे को खिलाया जा सकता है।
शकरकंद
शकरकंद में बीटा कैरोटीन होता है जो शिशु की दृष्टि को बेहतर बनाने में भी सहायक होता है। इसके अलावा, जटिल कार्बोहाइड्रेट स्वस्थ आंत माइक्रोफ्लोरा के लिए फायदेमंद होते हैं।
हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ
पालक और केल जैसी हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ आयरन और फोलेट से भरपूर होती हैं। ये सब्ज़ियाँ बच्चों में संज्ञानात्मक कार्य को बेहतर बनाती हैं। इनका सेवन बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य को स्वस्थ रखता है।
दही
पेट को दूसरा मस्तिष्क कहा जाता है, यानी आंत दूसरा मस्तिष्क है। इसलिए मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए आंत का स्वस्थ रहना भी बहुत ज़रूरी है।
इसलिए डॉक्टर बच्चों को दही खिलाने की सलाह देते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि दही में आधा चम्मच भांग के बीज या चिया के बीज मिलाकर बच्चों को खिलाया जा सकता है।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।