आजकल, अस्वास्थ्यकर जीवनशैली और गलत खान-पान के कारण ज़्यादातर लोग मधुमेह से पीड़ित हैं।
मधुमेह में शरीर में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है। शर्करा का स्तर बढ़ने पर प्यास लगना, वज़न कम होना, धुंधला दिखाई देना, हाथ-पैर सुन्न होना आदि लक्षण दिखाई देते हैं।
बार-बार पेशाब आना
बार-बार पेशाब आना मधुमेह का एक लक्षण है। शरीर में रक्त शर्करा का स्तर बढ़ने पर बार-बार पेशाब आ सकता है। दरअसल, शर्करा का बढ़ा हुआ स्तर गुर्दे पर ज़्यादा असर डालता है।
रात में बार-बार पेशाब आना एक समस्या हो सकती है। अगर आपको रात में बार-बार पेशाब आता है, तो आपको अपनी शर्करा की जाँच करवानी चाहिए।
मूत्र में झाग
जब शर्करा का स्तर बढ़ जाता है, तो गुर्दे ठीक से फ़िल्टर नहीं कर पाते, जिससे शर्करा और प्रोटीन मूत्र में मिल जाते हैं, जिससे मूत्र में झाग बन जाता है।
मूत्र में झाग आना शुगर लेवल बढ़ने का संकेत हो सकता है। अगर आपके पेशाब में झाग आए, तो इसे नज़रअंदाज़ न करें, तुरंत डॉक्टर के पास जाएँ।
मूत्र के रंग में अंतर
जब शरीर में शुगर लेवल ज़्यादा होता है, तो पेशाब का रंग बदल जाता है। शुगर लेवल के कारण पेशाब का रंग बदल सकता है। पेशाब का रंग गहरा पीला या हल्का भूरा हो सकता है।
मूत्र में बदबू आना
जब शरीर में शर्करा का स्तर अधिक होता है, तो मूत्र में भी बदबू आ सकती है। अगर मूत्र में बदबू आ रही है, तो इसे नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। दुर्गंधयुक्त मूत्र मधुमेह, यूटीआई का संकेत हो सकता है।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।