हम सभी जानते हैं कि पेट साफ़ होना कितना ज़रूरी है। ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति रोज़ सुबह आसानी से शौच जाता है, वह पूरी तरह स्वस्थ होता है। लेकिन सिर्फ़ मल त्याग करना ही काफ़ी नहीं है। यह समझना भी ज़रूरी है कि आप किस तरह का मल त्याग रहे हैं। क्योंकि आपका मल सिर्फ़ आपके शरीर का मल नहीं है, बल्कि यह आपके पेट के अंदर चल रही गतिविधियों का पूरा रिपोर्ट कार्ड है। तो आइए आज इस रिपोर्ट कार्ड के तीन अहम बिंदुओं पर नज़र डालते हैं और समझते हैं कि आपका मल आपके स्वास्थ्य के बारे में क्या कह रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ लवनीत बत्रा इस बारे में जानकारी दे रही हैं।
क्या आपका पॉटी तैरता है?
अगर आपका मल पानी में तैरता हुआ दिखाई दे, तो इसका मतलब है कि उसमें बहुत ज़्यादा गैस या चर्बी है। ऐसा अक्सर खराब पाचन, कुछ खाद्य पदार्थों को पचा न पाने या पित्त के प्रवाह में कमी के कारण होता है। यह एक संकेत है कि आपको अपने पेट के स्वास्थ्य या पित्ताशय की थैली के कार्य पर ध्यान देने की ज़रूरत है। हो सकता है कि आपका शरीर भोजन को ठीक से पचा नहीं पा रहा हो।
क्या आपके पॉटी से बदबू आती है?
अगर आपके पॉटी से बहुत ज़्यादा बदबू आती है, तो समझ जाइए कि कुछ गड़बड़ है। यह आंतों में असंतुलन या बहुत ज़्यादा जंक फ़ूड खाने का संकेत हो सकता है। अपने आहार से जंक फ़ूड, चीनी और पैकेज्ड स्नैक्स कम करने की कोशिश करें।
क्या आपका मल टॉयलेट में चिपक जाता है?
कुछ लोग जब वॉशरूम जाते हैं, तो टॉयलेट सीट पूरी तरह से गंदी होती है, यानी पॉटी टॉयलेट सीट से चिपक जाती है, इसका मतलब है कि आप फैट को ठीक से पचा नहीं पा रहे हैं।
ऐसा पाचन एंजाइमों की कमी के कारण हो सकता है। अपने आहार में अजवाइन, मेथी या नींबू शामिल करें। इससे पाचन क्रिया बेहतर हो सकती है।
एक स्वस्थ पॉटी कैसी दिखनी चाहिए?
- स्वस्थ मल आमतौर पर नीचे धंस जाता है।
- हल्की गंध आना सामान्य है, लेकिन यह बहुत तेज़ या तीखी नहीं होनी चाहिए।
- यह 1 या 2 मिनट में साफ़ हो जाना चाहिए।
- अगली बार जब आप शौच के लिए जाएँ सुबह थोड़ा ध्यान दें। इस तरह, आप अपना बेहतर ख्याल रख पाएँगे।
अगर आपको कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या है, तो लेख के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में हमें बताएँ। हम अपने लेखों के माध्यम से आपकी समस्या का समाधान करने का प्रयास करेंगे।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
