जिन लोगों को बार-बार सिरदर्द होता है: जिन लोगों को बार-बार सिरदर्द होता है, उन्हें गन्ने का रस पीने से बचना चाहिए। कई बार गन्ने का रस पीने से सिरदर्द बढ़ सकता है। ज़्यादा गन्ने का रस पीने से चक्कर और सिरदर्द हो सकते हैं।
मधुमेह रोगी: मधुमेह रोगियों के लिए गन्ने का रस बेहद हानिकारक है। गन्ने के रस का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) कम होता है, लेकिन ग्लाइसेमिक लोड (GL) ज़्यादा होता है। इससे शरीर में रक्त शर्करा का स्तर तेज़ी से बढ़ सकता है, जो मधुमेह रोगियों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
कमज़ोर पाचन तंत्र वाले लोग: कमज़ोर पाचन तंत्र वाले लोगों को भी गन्ने का रस पीने से बचना चाहिए। गन्ने के रस में मौजूद पॉलीकोसैनॉल पाचन तंत्र पर बुरा असर डाल सकता है। इससे पेट दर्द और दस्त जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। अगर आपका पाचन तंत्र कमज़ोर है, तो डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही गन्ने के रस का सेवन करना चाहिए।
मोटापे से ग्रस्त लोग: अगर आप वज़न बढ़ने से परेशान हैं, तो आपको गन्ने का रस पीने से बचना चाहिए। गन्ने के रस में कैलोरी बहुत ज़्यादा होती है, जिससे आपका वज़न बढ़ सकता है। वज़न कम करने की चाह रखने वालों के लिए गन्ने का रस सही पेय नहीं है।
सर्दी-खांसी से पीड़ित लोग: सर्दी-खांसी होने पर भी गन्ने का रस पीने से बचना चाहिए। गन्ने का रस ठंडा होता है, जिससे सर्दी-खांसी की समस्या बढ़ सकती है। गन्ने का रस पीने से गले में खराश और बलगम स्राव जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थिति और ज़रूरतें भिन्न हो सकते हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
