यूरिक एसिड का बढ़ा हुआ स्तर आजकल एक आम समस्या बन गया है। इसके बढ़ने से गठिया, जोड़ों का दर्द और गुर्दे की पथरी जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। हैरानी की बात है कि 90% लोग अनजाने में रोज़ाना ऐसे खाद्य पदार्थ खाते हैं जो यूरिक एसिड बढ़ाते हैं!
यूरिक एसिड क्यों बढ़ता है?
शरीर में प्यूरीन नामक तत्व के अधिक मात्रा में टूटने पर यूरिक एसिड बढ़ता है। यह तत्व हमारे खाने-पीने की कई चीज़ों में मौजूद होता है। जब शरीर इसे ठीक से फ़िल्टर नहीं कर पाता, तो यूरिक एसिड जमा हो जाता है और जोड़ों में सूजन और दर्द का कारण बनता है।
ये खाद्य पदार्थ गुप्त रूप से यूरिक एसिड बढ़ा रहे हैं।
अगर आप यूरिक एसिड से बचना चाहते हैं, तो इन खाद्य पदार्थों का ज़्यादा सेवन न करें-
राजमा और छोले: इनमें प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है, जो यूरिक एसिड बढ़ा सकते हैं।
फलियां (मसूर, दाल, मूंग): इनमें भी प्यूरीन होता है, जो यूरिक एसिड बढ़ा सकता है।
मांस-मछली और समुद्री भोजन: लाल मांस, झींगा और मछली यूरिक एसिड के स्तर को तेज़ी से बढ़ाते हैं।
फास्ट फूड और प्रोसेस्ड फूड: पैकेज्ड स्नैक्स, चिप्स, बर्गर और पिज्जा यूरिक एसिड बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं।
मिठाइयाँ और मीठे पेय: शीतल पेय, केक, पेस्ट्री में मौजूद फ्रुक्टोज यूरिक एसिड बढ़ाता है।
बीयर और शराब: शराब, खासकर बीयर, यूरिक एसिड का स्तर तेज़ी से कम होता है।
यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए क्या खाएं?
खूब पानी पिएं – इससे यूरिक एसिड बाहर निकल जाता है।
फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ खाएं – दलिया, साबुत अनाज और फल यूरिक एसिड कम करने में मददगार होते हैं।
हरी सब्जियां खाएं – पालक, गुड़ जैसी सब्जियां शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करती हैं।
नींबू पानी और ग्रीन टी पिएं – इससे शरीर डिटॉक्स होता है।
दही और छाछ का सेवन करें – ये यूरिक एसिड कम करने में मदद कर सकते हैं।
अगर आप भी रोज़ाना इन खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं, तो अभी सावधान हो जाइए! उचित आहार और जीवनशैली अपनाकर यूरिक एसिड को नियंत्रित किया जा सकता है। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें और समझदारी से खाएं!
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।