आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हार्ट अटैक एक बड़ी समस्या बन गया है। अचानक हार्ट अटैक आना और जान बचाने का समय न मिल पाना इस बीमारी का सबसे बड़ा ख़तरनाक सच है, लेकिन क्या हो अगर हम शरीर द्वारा दिए जा रहे संकेतों (हार्ट अटैक के चेतावनी संकेत) को पहले ही पहचान लें और समय पर इलाज करवा लें?
आयुर्वेद और चिकित्सा विज्ञान, दोनों ही मानते हैं कि हार्ट अटैक अचानक नहीं होता, बल्कि शरीर महीनों पहले ही संकेत देना शुरू कर देता है। बस दिक्कत यह है कि हम इन संकेतों को पहचान नहीं पाते या नज़रअंदाज़ कर देते हैं। अगर हम सही समय पर इन लक्षणों (हार्ट अटैक के लक्षण) को समझ लें, तो हार्ट अटैक जैसी जानलेवा स्थिति से बचा जा सकता है।
सीने में हल्का दर्द या भारीपन महसूस होना
अगर आपको अक्सर सीने में दर्द, भारीपन, जलन या दबाव महसूस होता है, तो इसे बिल्कुल भी नज़रअंदाज़ न करें। दिल का दौरा पड़ने से पहले, हृदय की धमनियाँ धीरे-धीरे बंद हो जाती हैं, जिससे सीने में दर्द हो सकता है।
कभी-कभी यह दर्द कंधे, जबड़े, गर्दन और पीठ तक फैल सकता है। अगर आपको ये लक्षण महसूस हों, तो तुरंत ईसीजी या हृदय की अन्य जाँच करवाएँ।
बार-बार थकान और कमज़ोरी महसूस होना
क्या आपको बिना कोई भारी काम किए भी जल्दी थकान महसूस होती है? क्या आपको सुबह उठते ही कमज़ोरी महसूस होती है? अगर हाँ, तो यह आपके हृदय की कमज़ोरी का संकेत हो सकता है।
जब हृदय शरीर के अन्य अंगों तक पर्याप्त ऑक्सीजन युक्त रक्त नहीं पहुँचा पाता, तो शरीर जल्दी थक जाता है। यह लक्षण खासकर महिलाओं में ज़्यादा आम है। अगर यह समस्या बनी रहती है, तो डॉक्टर से ज़रूर सलाह लें।
साँस लेने में तकलीफ़
अगर आपको हल्का चलने, सीढ़ियाँ चढ़ने या कोई काम करते समय साँस लेने में तकलीफ़ होती है, तो यह एक गंभीर संकेत हो सकता है।
जब हृदय ठीक से रक्त पंप नहीं कर पाता, तो फेफड़ों में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है, जिससे साँस लेने में तकलीफ़ होती है। अगर यह समस्या बढ़ रही है, तो इसे नज़रअंदाज़ न करें और जल्द से जल्द डॉक्टर से सलाह लें।
नींद न आना और बेचैनी महसूस होना
अगर आपको अक्सर रात में नींद आती है, बिना किसी कारण के बेचैनी महसूस होती है या अचानक डर लगता है, तो यह दिल के दौरे का शुरुआती संकेत हो सकता है। कई लोग इसे तनाव मानकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं, लेकिन हृदय विशेषज्ञों के अनुसार, यह हृदय की धमनियों के सिकुड़ने का भी संकेत हो सकता है।
बिना किसी कारण के अत्यधिक पसीना आना
अगर आपको ठंड या सामान्य मौसम में भी अचानक पसीना आने लगे, तो यह दिल के दौरे का एक महत्वपूर्ण संकेत हो सकता है। जब हृदय को रक्त पंप करने में परेशानी होती है, तो शरीर उसे ठीक करने के लिए ज़्यादा मेहनत करता है, जिससे ज़्यादा पसीना आता है। अगर आप ठंडी जगह पर हैं और आपको पसीना आ रहा है, तो भी इसे नज़रअंदाज़ न करें।
शरीर के ऊपरी हिस्से में दर्द
क्या आपको कंधे, गर्दन, जबड़े या पीठ में दर्द महसूस हो रहा है? अगर हाँ, तो यह हृदय रोग का संकेत हो सकता है। दिल का दौरा पड़ने से पहले शरीर में रक्त का संचार ठीक से नहीं होता, जिससे शरीर के ऊपरी हिस्से में बार-बार दर्द होता है। अगर यह दर्द बिना किसी कारण के बार-बार हो, तो डॉक्टर से सलाह लें।
चक्कर आना और चक्कर आना
अगर आपको बिना किसी कारण के चक्कर आ रहे हैं, सिर हल्का सा लग रहा है, या खड़े होने पर अंधेरा सा महसूस हो रहा है, तो यह कमज़ोर दिल का संकेत हो सकता है। जब दिल शरीर के सभी हिस्सों में रक्त ठीक से पंप नहीं कर पाता, तो दिमाग में भी ऑक्सीजन की कमी हो जाती है, जिससे चक्कर आते हैं।
अपच, पेट दर्द और उल्टी जैसा महसूस होना
यह पढ़कर आपको शायद हैरानी हो, लेकिन यह सच है कि कुछ लोगों को हार्ट अटैक से पहले गैस, अपच, उल्टी या पेट दर्द हो सकता है। खासकर महिलाओं में ऐसी समस्याएं हार्ट अटैक से पहले देखी जाती हैं। अगर आपको बिना किसी कारण के अपच या पेट में भारीपन महसूस हो, तो इसे हल्के में न लें।
कैसे करें बचाव?
इन लक्षणों का अनुभव होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इसके अलावा, हार्ट अटैक से बचने के लिए कुछ ज़रूरी आदतें अपनाएँ।
स्वस्थ आहार लें: ज़्यादा तेल-घी खाने से बचें और हरी सब्ज़ियों, फलों और रेशों से भरपूर आहार लें।
नियमित व्यायाम करें: रोज़ाना कम से कम 30 मिनट टहलें या हल्का व्यायाम करें।
तनाव कम करें: योग और ध्यान करें, क्योंकि तनाव भी हार्ट अटैक का एक प्रमुख कारण हो सकता है।
धूम्रपान और शराब से बचें: ये हृदय की धमनियों को अवरुद्ध कर सकते हैं, जिससे दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है।
रक्तचाप और शर्करा को नियंत्रण में रखें: समय-समय पर अपनी स्वास्थ्य जाँच करवाएँ और किसी भी समस्या पर ध्यान दें।