महिलाओं में दिखें ये लक्षण तो हो जाएं सावधान, ये छोटी सी दिखने वाली समस्याएं हो सकती हैं किसी बड़ी बीमारी का संकेत!

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महिलाओं में गर्भाशय संबंधी रोग तेज़ी से बढ़ रहे हैं और यह समस्या सिर्फ़ वयस्क महिलाओं तक ही सीमित नहीं है, बल्कि छोटी बच्चियों में भी देखी जा रही है।

अगर आप इस बीमारी से बचना चाहती हैं या पहले से ही इससे प्रभावित हैं, तो यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित हो सकती है। आइए आज इस बारे में विस्तार से बात करते हैं।

क्या कहते हैं स्वास्थ्य विशेषज्ञ?

प्रेमा मल्टी हॉस्पिटल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मोनिका गुप्ता कहती हैं कि गर्भाशय संबंधी समस्याएं छोटी बच्चियों से लेकर बड़ी उम्र की महिलाओं में भी तेज़ी से फैल रही हैं।

अगर गुप्तांगों से अत्यधिक श्वेत स्राव या अन्य समस्याएँ हो रही हैं, तो साफ़-सफ़ाई और उचित देखभाल बेहद ज़रूरी हो जाती है।

स्वच्छता का ध्यान रखें।

छोटी बच्चियों को अपनी स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। अगर वे स्कूल, कॉलेज या अन्य जगहों पर सार्वजनिक शौचालयों का इस्तेमाल करती हैं, तो हमेशा साफ़ और सुरक्षित शौचालयों का इस्तेमाल करें।

गंदे शौचालयों से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। आजकल, ऐसे कई उत्पाद उपलब्ध हैं जिन्हें शौचालय में डालने के बाद इस्तेमाल करने से बीमारी नहीं होती।

अगर महिला विवाहित है।

विवाहित महिलाओं को संक्रमण का खतरा ज़्यादा होता है, क्योंकि संक्रमण दोनों तरफ़ से फैल सकता है। अगर पति को संक्रमण है, तो यह पत्नी को भी प्रभावित कर सकता है।

इसलिए, इस स्थिति में सावधानी बरतना ज़रूरी है। अगर आपको लगता है कि आप इस बीमारी से पीड़ित हैं, तो जल्द से जल्द अल्ट्रासाउंड करवाएँ और किसी विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह लें।

संक्रमण बढ़ना नहीं चाहिए।

अगर संक्रमण आगे बढ़ता है, तो इससे गर्भाशय में सूजन हो सकती है, जिससे कई तरह के बैक्टीरिया पनप सकते हैं। हालाँकि, इस बीमारी का इलाज दवाओं से किया जा सकता है, लेकिन अगर स्थिति गंभीर हो जाए, तो सर्जरी की ज़रूरत पड़ सकती है।

समय पर इलाज करवाएँ

अगर आप बिना सर्जरी के इलाज चाहते हैं, तो समय पर इलाज करवाएँ। यह इलाज ज़्यादातर मामलों में कारगर होता है, लेकिन सावधानी ज़रूरी है।

अगर बीमारी ज़्यादा गंभीर हो जाए, तो गर्भाशय निकालना पड़ सकता है, जिससे भविष्य में माँ बनना मुश्किल हो सकता है। इसलिए, समय पर डॉक्टर से सलाह लें और ज़रूरी इलाज करवाएँ।

अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी फ़ैसला लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।

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