हमारे शरीर में दो गुर्दे होते हैं। इनका काम रक्त को शुद्ध करना, हार्मोन बनाना, खनिज बनाना, मूत्र बनाना और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालना है। एक गुर्दे में कम से कम दस लाख फिल्टर होते हैं, जो रक्त को साफ करने का काम करते हैं।
अगर गुर्दे काम करना बंद कर दें, तो हमारे शरीर में यूरिया और क्रिएटिनिन जमा हो जाते हैं। गुर्दे अम्ल संतुलन बनाए रखने का भी काम करते हैं। लेकिन आजकल खान-पान की गलत आदतें, व्यस्त जीवनशैली, दूषित पानी और प्रदूषण जैसी आदतों के कारण गुर्दे बहुत जल्दी खराब हो जाते हैं।
इसके लिए डॉक्टर डायलिसिस की सलाह देते हैं। गंभीर समस्या होने पर किडनी ट्रांसप्लांट किया जाता है। गुर्दे की सुरक्षा के लिए सबसे ज़रूरी है संतुलित आहार।
गुर्दा हमारे शरीर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है। लेकिन अनजाने में आपकी कुछ आदतें आपकी किडनी को नुकसान पहुँचा रही हैं, जिन्हें समय रहते सुधारा जा सकता है, वरना आपकी ये आदतें आपको इतना दर्द देंगी जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते। आप किडनी के मरीज़ से अपनी आदतों के बारे में पूछें जैसे कम पानी पीना, ज़्यादा नमक खाना।
आपकी आदतें आपकी किडनी को नुकसान पहुँचा सकती हैं किडनी हमारे शरीर के सभी ज़रूरी काम करती हैं जैसे खून साफ़ करना, हार्मोन बनाना, मिनरल्स को सोखना, पेशाब बनाना, विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालना और एसिड बैलेंस बनाए रखना। इससे आप समझ ही गए होंगे कि किडनी हमारे शरीर में कितनी अहमियत रखती है। लेकिन अनजाने में आपकी कुछ आदतें आपकी किडनी को नुकसान पहुँचा सकती हैं। आइए जानते हैं ऐसे 3 कमाल के उपायों के बारे में जो किडनी को नई ज़िंदगी दे सकते हैं।
आज हम आपको बताएंगे कि अगर आपकी किडनी बची तो ज़िंदगी भी बचेगी, इसलिए आज से ही इन 5 बुरी आदतों को छोड़ दें।
कम पानी पीने से किडनी खून को ठीक से फ़िल्टर नहीं कर पाती, क्योंकि खून में सबसे ज़्यादा पानी होता है। जिससे शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा होने लगते हैं। इसके अलावा, कम पानी पीने से किडनी स्टोन की समस्या भी हो जाती है। इसलिए, अपनी किडनी को स्वस्थ रखने के लिए ज़्यादा से ज़्यादा पानी पिएँ।
खाने में मीठा ज़्यादा खाने से पेशाब के ज़रिए प्रोटीन निकलता है। जिससे किडनी में कई बीमारियाँ हो जाती हैं। इसलिए, खाने में हमेशा कम से कम मीठा इस्तेमाल करें।
धूम्रपान करने से किडनी में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है। इससे एथेरोस्क्लेरोसिस होता है। इसके अलावा, धूम्रपान से गुर्दे की कार्यक्षमता भी कम हो जाती है। इसलिए धूम्रपान बंद कर दें।
नींद की कमी किडनी को स्वस्थ नहीं रखती क्योंकि इससे मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है। इसलिए हमेशा पर्याप्त नींद लें।
नमक का अधिक सेवन शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ा देता है। जिससे व्यक्ति का रक्तचाप बढ़ जाता है, जिसका असर किडनी पर पड़ता है। इसलिए, दिन में केवल 5 ग्राम नमक ही खाएं। कम नमक का सेवन किडनी स्टोन को रोकने में भी मदद करेगा।
गुर्दे की बीमारी के लिए 3 आश्चर्यजनक उपचार:
क्रिएटिनिन और यूरिया बढ़ने, गुर्दे या गुर्दे की विफलता होने पर: नीम और पीपल की छाल को बराबर मात्रा में पीसकर अलग रख लें। 1-1 चम्मच लेकर 400 मिलीलीटर पानी में उबालें। उबलने के बाद यदि 100 मिलीलीटर पानी बच जाए, तो इस पानी को छानकर सुबह-शाम खाली पेट पीने से यूरिया और क्रिएटिनिन का स्तर कम हो जाता है।
गुर्दे की किसी भी समस्या का समाधान: 50 ग्राम से ऊपर मक्के के बाल (फोटो में मक्के के बाल देखें) लें और उसे 2 लीटर पानी में धीमी आंच पर उबालें, जब एक लीटर पानी बच जाए, तो उस पानी को दिन भर पिएँ और गुर्दे की कोई भी समस्या ठीक हो जाएगी। बुद्धि हो या बीमारी, सब ठीक होना ही है।
गुर्दे की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करता है: पूर्णावता, जिसे सातोदी सब्जी भी कहा जाता है, अद्भुत और चमत्कारी है। इसके सेवन मात्र से ही मृत गुर्दे की कोशिकाओं में नई जान आ जाती है, इसलिए इसका नाम पूरनवा है। इसे किसी भी सब्ज़ी में पकाकर या इसकी पट्टियों को सुखाकर पाउडर बनाकर डालने से सब्ज़ी का स्वाद बढ़ जाता है। इसका विकल्प किसी भी आयुर्वेदिक स्टोर पर लगभग 20-25 रुपये में भी मिल जाता है।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।