क्या आप भी अंडे खाते हैं? ऑमलेट या उबले अंडे? जानिए ज़्यादा पोषण कहाँ मिलता है?

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ऑमलेट और उबले अंडे दोनों ही पौष्टिक तत्वों से भरपूर होते हैं, लेकिन इनमें कुछ महत्वपूर्ण अंतर हैं। उबले अंडे कम कैलोरी, कम वसा और आसानी से पचने वाले होने के कारण एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं, खासकर अगर आप वज़न कम करना चाहते हैं या स्वस्थ आहार खाना चाहते हैं।

दूसरी ओर, ऑमलेट में ज़्यादा स्वाद और पौष्टिक विविधता होती है, खासकर जब इसे सब्ज़ियों या पनीर के साथ मिलाया जाता है, लेकिन इसमें कैलोरी और वसा ज़्यादा हो सकती है।

ऑमलेट या उबले अंडे? जानें ज़्यादा पोषण कहाँ से मिलता है?

(1) प्रोटीन:

उबले अंडे: उबले अंडों में लगभग 6 ग्राम प्रोटीन होता है, जो मांसपेशियों और शरीर के विकास के लिए ज़रूरी है।

ऑमलेट: ऑमलेट में भी प्रोटीन होता है, लेकिन अगर आप इसमें सब्ज़ियाँ या पनीर जैसी चीज़ें ज़्यादा मिलाएँ, तो प्रोटीन की मात्रा बढ़ सकती है।

(2) कैलोरी:

उबले अंडे: उबले अंडे में कैलोरी कम होती है, लगभग 70-80 कैलोरी प्रति अंडा।

ऑमलेट: ऑमलेट में तेल, मक्खन या पनीर डालने से कैलोरी बढ़ सकती है, जिससे यह 150-200 कैलोरी तक पहुँच सकती है।

(3) वसा:

उबले अंडे: उबले अंडे में वसा कम (लगभग 5 ग्राम) होती है, और इनमें ज़्यादातर स्वास्थ्यवर्धक मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड होते हैं।

ऑमलेट: ऑमलेट में वसा की मात्रा ज़्यादा हो सकती है, खासकर अगर आप तेल या मक्खन का इस्तेमाल करते हैं।

(4) विटामिन:

उबले अंडे: उबले अंडे में विटामिन A, D, E और B12 होते हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली, हड्डियों और त्वचा के लिए फायदेमंद होते हैं।

ऑमलेट: ऑमलेट में आपको अतिरिक्त विटामिन मिल सकते हैं, खासकर अगर आप इसमें पालक, शिमला मिर्च या टमाटर जैसी हरी सब्ज़ियाँ मिलाएँ।

(5) खनिज:

उबले अंडे: उबले अंडों में आयरन, फॉस्फोरस और सेलेनियम जैसे महत्वपूर्ण खनिज होते हैं, जो हड्डियों, रक्त के स्वास्थ्य और एंटीऑक्सीडेंट गतिविधियों के लिए आवश्यक हैं।

ऑमलेट: ऑमलेट में भी खनिज होते हैं और अगर आप इसमें पनीर या अन्य सामग्री मिलाते हैं, तो यह खनिज मात्रा बढ़ सकती है।

(6) कूलस्ट्रोल:

उबले अंडे: उबले अंडों में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक हो सकती है (लगभग 180-200 मिलीग्राम प्रति अंडा), लेकिन यह कुछ लोगों के लिए हानिकारक नहीं है।

ऑमलेट: अगर आप ऑमलेट में ज़्यादा अंडे डालते हैं, तो कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ सकती है, खासकर अगर आप इसे मक्खन या तेल से बनाते हैं।

अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।

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