डायबिटीज के मरीजों के लिए बादाम किसी दवा से कम नहीं, वैज्ञानिकों ने बताया शुगर कम करने के लिए बादाम कब और कितना खाएं?

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मधुमेह एक खतरनाक और लाइलाज बीमारी है जिसे केवल स्वस्थ आहार और जीवनशैली से ही नियंत्रित किया जा सकता है। मधुमेह रोगियों को क्या खाना चाहिए? मधुमेह रोगी रक्त शर्करा को नियंत्रित करने के लिए कई चीजों का सेवन कर सकते हैं। बादाम भी एक सुपरफूड है, जो अपने गुणों के कारण मधुमेह को नियंत्रित कर सकता है।

बादाम स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं क्योंकि इनमें प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन, मैग्नीशियम, जिंक और आयरन जैसे आवश्यक पोषक तत्व होते हैं। शरीर को मजबूत बनाने के अलावा, यह मधुमेह रोगियों के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। बादाम का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद करता है।

अगर आप मधुमेह रोगी हैं और रक्त शर्करा को नियंत्रित करना चाहते हैं, तो आपको बादाम खाने का सही तरीका पता होना चाहिए। वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि बादाम को सही तरीके से और सही समय पर खाने से रक्त शर्करा के स्तर को बेहतर ढंग से नियंत्रित किया जा सकता है।

भारतीय शोधकर्ताओं ने बादाम पर अध्ययन किया

हाल ही में भारतीय डॉक्टरों ने मधुमेह पर बादाम के प्रभाव पर दो अध्ययन किए। यूरोपियन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, भोजन से 30 मिनट पहले 20 ग्राम (लगभग 17-18) बादाम खाने से रक्त शर्करा के स्तर में सुधार हो सकता है, खासकर प्री-डायबिटीज वाले लोगों में।

-बादाम खाने से रक्त शर्करा कैसे कम होती है?

-भोजन से पहले बादाम खाने से रक्त शर्करा कम होती है।

-यह इंसुलिन, सी-पेप्टाइड और ग्लूकागन के स्तर में सुधार करता है।

-यह शरीर में ग्लूकोज को नियंत्रित करने और शर्करा के स्तर को संतुलित करने में मदद करता है।

-दिन में कितने बादाम खाने चाहिए?

-मधुमेह के रोगियों को हर भोजन से पहले 20 ग्राम (17-18 बादाम) खाने की सलाह दी जाती है।

-मतलब बादाम नाश्ते, दोपहर के भोजन और रात के खाने से पहले खाए जा सकते हैं।

-सामान्य स्वस्थ लोगों के लिए दिन में 5-6 बादाम खाना फायदेमंद होता है।

60 लोगों पर अध्ययन किया गया

इस अध्ययन में 27 पुरुष और 33 महिलाएं शामिल थीं जिन्हें मधुमेह होने का खतरा था। शोध के दौरान, यह पाया गया कि भोजन से पहले बादाम खाने से उनके रक्त शर्करा का स्तर कम हो गया।

-रक्त शर्करा में कमी

-सीरम इंसुलिन और सी-पेप्टाइड में सुधार

-ग्लूकागन के स्तर में सुधार

कौन से मेवे खाएँ, भिगोए हुए या कच्चे?

शोधकर्ताओं का मानना ​​है कि कच्चे बादाम ज़्यादा फायदेमंद होते हैं। बादाम भिगोने से उनके एंटीऑक्सीडेंट गुण कम हो जाते हैं, जिससे उनका पोषण मूल्य कम हो सकता है। भिगोने से छिलके में मौजूद पोषक तत्व नष्ट हो सकते हैं, इसलिए छिलके सहित कच्चे बादाम खाना ज़्यादा फायदेमंद होता है।

अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।

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