सैकड़ों रोगों की रामबाण दवा है ये कड़वा पत्ता, एक चुटकी भी गले के नीचे चली जाए तो संजीवन से कम नहीं, जानिए कैसे करें सेवन…

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एम्स के पूर्व परामर्शदाता और सॉल हार्ट सेंटर के संस्थापक एवं निदेशक तथा प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. बिमल झज्जर के अनुसार, नीम के पत्ते खाने से खराब कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है और हृदय स्वस्थ रहता है।

नीम एक पौधा है जिसका चिकित्सीय नाम अज़ादिराच्टा इंडिका है। यह एक आयुर्वेदिक औषधीय वृक्ष है जो अपने कई चिकित्सीय गुणों के लिए जाना जाता है।

इसमें जीवाणुरोधी, कवकरोधी, विषाणुरोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखते हैं। यह वृक्ष गर्म देशों, विशेषकर भारत में पाया जाता है। नीम का उपयोग कई औषधीय कार्यों में किया जाता है।

नीम का उपयोग टूथपेस्ट में, कीड़ों को नियंत्रित करने और शुगर को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। इस पत्ते में कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण के गुण भी मौजूद होते हैं।

एम्स के पूर्व परामर्शदाता और सॉल हार्ट सेंटर के संस्थापक एवं निदेशक तथा प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. बिमल झज्जर के अनुसार, नीम के पत्ते खाने से खराब कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है और हृदय स्वस्थ रहता है।

इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण रक्त वाहिकाओं को साफ और लचीला रखते हैं। आइए विशेषज्ञों से जानें कि रोज़ाना नीम के सेवन के क्या फायदे हैं।

नीम त्वचा का उपचार करता है

नीम का सेवन रक्त से अशुद्धियाँ दूर करता है और रक्त को शुद्ध करता है। इसके जीवाणुरोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालते हैं, जिससे त्वचा की समस्याओं और संक्रमणों से राहत मिलती है।

यह संक्रमण से बचाता है। इसका सेवन रक्त को शुद्ध करता है। सिर्फ़ दो चम्मच रस त्वचा की सभी समस्याओं को दूर करता है। यह त्वचा को मुक्त कणों से बचाता है।

मधुमेह को नियंत्रित करता है

नीम में मधुमेह-रोधी गुण मौजूद होते हैं। अगर आप नीम का पाउडर बनाकर उसका सेवन करते हैं, तो आप आसानी से रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं। नीम के रस या पत्ते के रूप में सेवन करने से प्राकृतिक रूप से इंसुलिन का उत्पादन होता है और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है।

दांतों और मसूड़ों का उपचार करता है

नीम दांतों और मसूड़ों के लिए फायदेमंद है। नीम का टूथपेस्ट या नीम का टूथपेस्ट दुर्गंधयुक्त सांसों और संक्रमणों से बचाता है। इसके जीवाणुरोधी गुण दांतों को मजबूत और साफ रखते हैं। यह बैक्टीरिया को मारता है और दंत रोगों का इलाज करता है। यह दुर्गंधयुक्त सांसों को दूर करता है और पायरिया का इलाज करता है।

रोगों से सुरक्षा

अगर नीम के पत्तों को रोज़ाना चबाया जाए, तो यह रोगों से बचाता है। नीम के पत्तों का सेवन प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और सर्दी-खांसी जैसी मौसमी बीमारियों से बचाता है। नीम शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।

पेट साफ़ करता है

नीम का सेवन पेट साफ़ करता है। इसके सेवन से पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है और आंतों में जमा गंदगी साफ़ होती है। यह पेट की गैस, अपच और कीड़ों का इलाज करता है।

नीम का सेवन कैसे करें?

अगर आप नीम का सेवन करना चाहते हैं, तो आप इसे नीम के टूथब्रश के रूप में ले सकते हैं। आप नीम के पत्तों को चबाकर, नीम का काढ़ा बनाकर, नीम के रस के रूप में, नीम की गोलियों या कैप्सूल के रूप में इसका सेवन कर सकते हैं।

अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।

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