आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में तनाव, अनियमित खान-पान और व्यायाम की कमी के कारण मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियाँ बहुत आम हो गई हैं। ये दोनों ही बीमारियाँ ‘साइलेंट किलर’ की तरह काम करती हैं, जो धीरे-धीरे शरीर को अंदर से नुकसान पहुँचाती हैं।
ऐसे में इन बीमारियों से बचना बेहद ज़रूरी है। एक बार मधुमेह या उच्च रक्तचाप की समस्या हो जाने पर इसे पूरी तरह से खत्म करना संभव नहीं है, लेकिन अगर कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो इसे काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।
भीगे हुए मेथी के दाने
मेथी के दाने एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होते हैं और इनमें फाइबर भी अच्छी मात्रा में होता है। मेथी के दाने स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।
यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाने के साथ-साथ रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित रखने में भी मददगार है। 1 चम्मच मेथी के दानों को रात भर एक गिलास पानी में भिगो दें।
सुबह खाली पेट मेथी के दाने चबाकर उसका पानी पिएं। ऐसा नियमित रूप से करने से रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है और साथ ही उच्च रक्तचाप की समस्या से भी काफी राहत मिलती है।
लहसुन की कली
लहसुन उच्च रक्तचाप और मधुमेह की समस्या से भी राहत दिलाता है। लहसुन में एलिसिन नामक पदार्थ होता है, जो रक्तचाप को कम करने में मदद करता है और साथ ही रक्त शर्करा के स्तर को प्राकृतिक रूप से नियंत्रित करने में भी मदद करता है।
इसके लिए, रोज सुबह खाली पेट 1-2 कच्ची लहसुन की कलियाँ चबाएँ और फिर एक गिलास गुनगुना पानी पिएँ। इससे रक्तचाप काफी हद तक नियंत्रित रहेगा, साथ ही शरीर का रक्त शर्करा स्तर भी नियंत्रित रहेगा।
कच्चा आंवला
आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है। इसके अलावा, यह एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। वैसे तो यह शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद है, लेकिन मधुमेह और उच्च रक्तचाप की समस्या से जूझ रहे मरीजों के लिए यह रामबाण औषधि का काम करता है।
इसके लिए, सुबह खाली पेट एक ताज़ा आंवला खाएं या आंवले का जूस पिएं। ऐसा करने से शरीर में इंसुलिन का उत्पादन बढ़ता है, जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी काफी मददगार है।
भीगे हुए बादाम
सुबह खाली पेट भीगे हुए बादाम खाना दिल और दिमाग दोनों के लिए फायदेमंद होता है। बादाम में स्वस्थ वसा, मैग्नीशियम और भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जो दिल के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
इसके साथ ही, यह प्राकृतिक रूप से मधुमेह और रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। 4-5 बादाम रात भर भिगोएँ, सुबह उन्हें छीलकर चबाएँ। ऐसा नियमित रूप से करने से आपको कई लाभ मिलेंगे।
भांग के बीज
सुबह खाली पेट भांग के बीज खाना मधुमेह और रक्तचाप के रोगियों के लिए भी बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है।
दरअसल, भांग के बीजों में ओमेगा थ्री फैटी एसिड और फाइबर होते हैं, जो शुगर और रक्तचाप दोनों को प्राकृतिक रूप से नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
आप सुबह खाली पेट एक चम्मच भांग के बीजों को अच्छी तरह चबा सकते हैं या फिर गर्म पानी के साथ भी ले सकते हैं।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
