वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में बजट पेश किया। वित्त मंत्री ने बजट के दौरान कई बड़ी सौगातें दीं। लेकिन स्वास्थ्य क्षेत्र को इस बजट से काफ़ी उम्मीदें थीं। बजट से पहले ऐसी खबरें थीं कि बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए आवंटन में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है। तो आइए जानते हैं कि इस बजट में स्वास्थ्य के लिए क्या बड़े ऐलान किए गए हैं?
बजट में स्वास्थ्य संबंधी बड़ी घोषणाएँ
- भारत में चिकित्सा पर्यटन के लिए आसान वीज़ा उपलब्ध कराया जाएगा।
- कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज आसान हो जाएगा।
- देश के 200 जिला अस्पतालों में कैंसर डे केयर सेंटर खोले जाएँगे।
- कैंसर की 36 दवाइयाँ भी सस्ती होंगी।
- चिकित्सा उपकरण सस्ते हो जाएँगे।
- कई दवाओं पर कर छूट मिलेगी, जिससे दवाइयाँ सस्ती हो जाएँगी।
- 36 दवाओं पर शुल्क पूरी तरह से समाप्त कर दिया जाएगा।
- 6 जीवन रक्षक दवाओं पर सीमा शुल्क बढ़ाकर 5% कर दिया जाएगा।
स्वास्थ्य क्षेत्र का बजट स्वास्थ्य क्षेत्र को भी इस बजट से काफी उम्मीदें हैं। एक विशिष्ट रोडमैप की आवश्यकता है, खासकर सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा खर्च बढ़ाने के लिए। इसके अलावा, स्वास्थ्य क्षेत्र में कर सुधारों की भी उम्मीद है।
स्वास्थ्य सेवाओं पर जीएसटी 0-5% होना चाहिए। स्वास्थ्य क्षेत्र में निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ने की भी उम्मीद है। भारत के छोटे शहरों को भी आयुष्मान भारत से जोड़ने की माँग उठ रही है।
स्वास्थ्य बजट में कमी पिछले वर्षों की तुलना में स्वास्थ्य क्षेत्र में उल्लेखनीय गिरावट आई है। 2018-2022 में स्वास्थ्य बजट 2.47% से 2.22% के बीच था। जिसे 2023-2025 के बीच 1.85% से बढ़ाकर 1.75% कर दिया गया है।
बजट सत्र आवंटन 2022-2023 ₹86606 करोड़
2023-2024 ₹88956 करोड़
2024-2025 ₹90,000 करोड़