आजकल हमारी जीवनशैली इतनी व्यस्त हो गई है कि हमें अपने लिए समय ही नहीं मिल पाता। जिसके कारण कई बीमारियाँ हैं, जिन्हें हम अपने सामने ही बुला लेते हैं।
हम ध्यान नहीं देते जिसके कारण हमें कम उम्र में ही दवाइयाँ लेनी पड़ती हैं, जिससे हम कम उम्र में ही यूरिक एसिड, जोड़ों का दर्द, लगातार वज़न बढ़ना और ब्लड शुगर जैसी बीमारियों से ग्रस्त हो जाते हैं, हालाँकि इसका इलाज भी हमारे पास ही है।
रोज़ाना खाली पेट पानी में इस चीज़ को उबालकर पिएँ। आपका वज़न भी कम होगा और कई बीमारियों से भी फ़ायदा होगा।
हमारे किचन में मौजूद यह मसाला है तमालपत्र। जिसे तेजपत्ता भी कहते हैं। यह तेजपत्ता हमारे शरीर को कई फ़ायदे पहुँचाता है। तेजपत्ते का पानी कई तरह से फ़ायदेमंद होता है।
बढ़ते वज़न को कम करता है: रोज़ाना सुबह खाली पेट एक गिलास पानी में एक तेजपत्ता उबालकर पीने से शरीर में जमा चर्बी घुल जाती है। साथ ही, यह मेटाबॉलिज़्म को बूस्ट करता है और पाचन क्रिया को भी बेहतर बनाता है।
यूरिक एसिड में फायदेमंद हैं तेजपत्ता: तेजपत्ता विटामिन सी और ए, और फोलिक एसिड से भरपूर होता है, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। हल्दी में कई औषधीय गुणों वाले फ्लेवोनोइड्स होते हैं, जो यूरिक एसिड के जमाव को रोकते हैं। साथ ही, ये मूत्र उत्पादन को बढ़ाते हैं जिससे रक्त में यूरिक एसिड का स्तर कम हो सकता है।
ऐसे बनाएं: तेजपत्ते की चाय या काढ़ा पी सकते हैं। इसे बनाने के लिए 10-20 तेजपत्ते लें। एक बर्तन में तीन गिलास पानी लें और उसमें तेजपत्ते डालें। बर्तन को गैस पर रखें और पानी को एक गिलास पानी रहने तक उबालें। इस पानी को हल्का गर्म करें और दिन में दो बार पिएं। तेजपत्ते की चाय पीने से आपका यूरिक एसिड नियंत्रित रहेगा।
तेजपत्ते की चाय के अन्य फायदे तेजपान: इसके सेवन से ब्लड शुगर भी नियंत्रित रहता है। खांसी, फ्लू, ब्रोंकाइटिस, अस्थमा और इन्फ्लूएंजा जैसी श्वसन संबंधी समस्याओं से राहत मिलती है। साथ ही, इसका सेवन किडनी संबंधी समस्याओं में भी फायदेमंद होगा।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।