रात में एक चम्मच इसका सेवन करने से गठिया, घुटनों का दर्द, साइटिका, गर्दन और पीठ का दर्द, हाथ-पैरों में सुन्नपन और अस्थमा जैसी कई बीमारियां ठीक हो जाती हैं…

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नमस्कार दोस्तों, एक बार फिर आपका स्वागत है, आज हम आपको 80 प्रकार के गठिया रोगों से मुक्ति पाने के लिए औषधियों का अद्भुत मिश्रण बताएँगे। सभी प्रकार के गठिया रोगों में लहसुन का प्रयोग करना चाहिए।

इससे रोगी जल्दी ठीक होता है और उसका शरीर बढ़ता है। लहसुन न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि इसे खाने के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। आप सोच भी नहीं सकते कि लहसुन की एक कली कितने रोगों को ठीक कर सकती है।

यह कई रोगों की रोकथाम और उपचार में अत्यधिक प्रभावी है। कुछ भी खाने या पीने से पहले लहसुन खाने से ऊर्जा में बहुत वृद्धि होती है। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्राकृतिक एंटीबायोटिक की तरह काम करता है।

लहसुन का उपयोग खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसके सेवन से खाने का स्वाद बदल जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि लहसुन की एक कली हमारे शरीर को कई बीमारियों से बचाती है। यह न केवल आपके खाने का स्वाद बढ़ाती है, बल्कि आपके स्वास्थ्य का भी ध्यान रखती है।

लकवा, अर्दित (मुँह का लकवा), साइटिका, जोड़ों का दर्द, अंगों में सुन्नता या अकड़न, कंपन, दर्द, गर्दन और पीठ दर्द, स्पोंडिलोसिस आदि तथा दमा, पुरानी खांसी, हड्डी उखड़ना, फ्रैक्चर और अन्य हड्डी रोग ठीक हो जाते हैं। इसका सेवन माघ महीने के अंत तक किया जा सकता है।

यदि रोग अधिक गंभीर हो तो आप आश्रम से एक वर्ष तक भी चिकित्सा परामर्श ले सकते हैं। यह खबर लकवाग्रस्त लोगों तक भी पहुँचाएँ। गठिया रोग से मुक्ति पाने के और भी जानकारीपूर्ण लेख पढ़ें।

बनाने की विधि:

200 ग्राम लहसुन छीलकर पीस लें। इस लहसुन और 50 ग्राम गाय के घी को 4 लीटर दूध में मिलाकर दूध के गाढ़ा होने तक उबालें। फिर इसमें 400 ग्राम चीनी, 400 ग्राम गाय का घी और सोंठ, काली मिर्च, काली मिर्च, दालचीनी, इलायची, पान, नागकेशर, पुदीना, वायविडंग, अजवाइन, लौंग, चिवक, चित्रक, हल्दी, दारू, द्रुष, द्रव्य, अश्वगंधा, शतावरी, कुम्हड़ा, नीम, सोआ और 3-3 ग्राम कौंच के बीज का चूर्ण मिलाकर धीमी आंच पर चलाएँ। जब मिश्रण से घी अलग होने लगे और गाढ़ा पेस्ट बन जाए, तब इसे ठंडा करके कांच के बर्तन में भरकर रख लें।

उपयोग विधि:

इस मिश्रण को 10 से 20 ग्राम गाय के दूध के साथ शाम को या रात में पाचन क्रिया ठीक रहने पर पुनः लिया जा सकता है। भोजन में मूली, अधिक तेल, घी और खट्टे पदार्थों का सेवन न करें। नहाने और पीने के लिए गर्म पानी का प्रयोग करें।

लहसुन के 12 अन्य बेहतरीन फायदे:

रक्त संचार और हृदय: कई लोगों का मानना ​​है कि लहसुन खाने से उच्च रक्तचाप के लक्षणों से काफी राहत मिल सकती है। यह न केवल रक्त संचार को नियंत्रित करता है, बल्कि हृदय संबंधी गंभीर समस्याओं को भी ठीक करता है। इसके अलावा, यह यकृत और मूत्राशय के सुचारू संचालन में भी मदद करता है।

भूख बढ़ाता है: यह पाचन तंत्र को पूरी तरह से दुरुस्त करता है और भूख भी बढ़ाता है। जब भी आपको घबराहट होती है, पेट में एसिड बनता है। लहसुन इस एसिड को बनने से पूरी तरह रोकता है। यह तनाव कम करने में भी मददगार है।

मधुमेह, टीयूएफएस, अवसाद और कैंसर: जब विषहरण की बात आती है, तो लहसुन एक वैकल्पिक उपचार के रूप में बहुत प्रभावी है। लहसुन शरीर को रोगाणुओं और कीटाणुओं से बचाता है। यह मधुमेह, तपेदिक, अवसाद और कुछ प्रकार के कैंसर जैसी कई बीमारियों से बचाव में भी सहायक है।

श्वसन तंत्र को मज़बूत करता है: लहसुन श्वसन तंत्र के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह अस्थमा, निमोनिया, सर्दी, ब्रोंकाइटिस, पुरानी सर्दी, फेफड़ों की जकड़न और खांसी आदि की रोकथाम और उपचार में बहुत प्रभावी है।

दांत दर्द से राहत: अगर आप दांत दर्द से परेशान हैं तो लहसुन की एक कली बहुत फायदेमंद हो सकती है। इसमें जीवाणुरोधी और दर्द निवारक गुण होते हैं जो दांत दर्द से राहत दिलाते हैं। इसके लिए एक कली को पीसकर दांतों पर लगाएं। दांत दर्द।

उच्च रक्तचाप नियंत्रित करें: इसका सेवन न केवल रक्त संचार को नियंत्रित करता है, बल्कि हृदय संबंधी समस्याओं को भी दूर करता है।

पेट संबंधी समस्याओं से राहत: लहसुन पेट संबंधी समस्याओं के लिए बहुत फायदेमंद है। इसके अलावा, इसका सेवन आपके पेट के विषाक्त पदार्थों को साफ करता है।

पुरुषों के लिए: एक नए अध्ययन से पता चलता है कि महिलाएं लहसुन खाने वाले पुरुषों की ओर अधिक आकर्षित होती हैं। अध्ययनों के अनुसार, महिलाओं को उनके पसीने की गंध बहुत पसंद होती है।

वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि महिलाओं का विकास इस तरह हुआ है कि अब वे लहसुन खाना पसंद करती हैं। लहसुन में एंटीबायोटिक, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुण होते हैं। ऐसे में, पुरुषों के पसीने से आने वाली लहसुन की गंध महिलाओं को उनके स्वस्थ होने का संकेत देती है।

एलर्जी से दूर रखें: कई बार मौसम में बदलाव से घर के बच्चे और बुजुर्ग बीमार हो जाते हैं, ऐसा बैक्टीरिया के कारण होता है। बदलते मौसम में बैक्टीरिया भी बड़ी मात्रा में पाए जाते हैं जो बच्चों में सर्दी-जुकाम और खांसी का कारण बनते हैं। अगर आप इस सर्दी में सर्दी-जुकाम से तुरंत राहत चाहते हैं, तो अपने बच्चों के तकिये के नीचे लहसुन की एक कली रखें। लहसुन में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो बदलते मौसम में होने वाली बीमारियों से बचाते हैं। ऋतुएँ।

नींद में सहायक: आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में बड़ी संख्या में लोग नींद न आने की समस्या से जूझ रहे हैं। जिन लोगों को सुबह से शाम तक ऑफिस, कॉलेज आदि में काम करने के बाद नींद न आने की समस्या हो रही है, वे लहसुन का इस्तेमाल कर सकते हैं। ऐसा कहा जाता है कि तकिये के नीचे लहसुन रखने या सोने से पहले लहसुन की एक कली खाने से अच्छी नींद आती है।

आंतरिक ऊर्जा बढ़ाने में सहायक: अगर आप सुबह खाली पेट शहद में लहसुन की दो कलियाँ मिलाकर खाते हैं, तो यह आपकी आंतरिक ऊर्जा को बढ़ाता है। चाहे आप पुरुष हों या महिला, यह दोनों के लिए समान रूप से काम करता है। अगर किसी लड़की को पीरियड्स की समस्या है, तो वह हफ्ते में दो बार शहद के साथ लहसुन की दो-तीन कलियाँ खा सकती है।

रैशेज़ भी दूर करता है: अगर आपको फंगल इन्फेक्शन के कारण छाले हो गए हैं, तो आप उस जगह पर लहसुन लगा सकते हैं। लहसुन ऐसे संक्रमित घावों को जड़ से खत्म करता है।

अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।

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