स्वास्थ्य देखभाल: आजकल हमारे खाने में मीठी चीज़ों का इस्तेमाल बहुत बढ़ गया है। चीनी से बनी चीज़ें स्वाद में भले ही अच्छी लगें, लेकिन ये आपकी सेहत के लिए कम ज़हरीली नहीं होतीं।
हार्वर्ड हेल्थ का भी कहना है कि थोड़ी मात्रा में चीनी ठीक हो सकती है, लेकिन असली ख़तरा उस अतिरिक्त चीनी से है जो कंपनियाँ स्वाद और शेल्फ-लाइफ़ बढ़ाने के लिए खाद्य उत्पादों में मिलाती हैं।
1 जुलाई को उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें बताया गया था कि 30 दिनों तक चीनी न खाने से शरीर को 5 बड़े फ़ायदे होते हैं, जिन्हें विज्ञान भी मानता है।
पहला फ़ायदा यह है कि लिवर में जमा चर्बी कम होती है, जिससे फैटी लिवर की बीमारी से राहत मिल सकती है। साथ ही, किडनी की कार्यक्षमता भी बेहतर होती है, जो प्री-डायबिटीज़ या इंसुलिन रेजिस्टेंस वाले लोगों के लिए ख़ास तौर पर फ़ायदेमंद है।
डॉ. सेठी बताते हैं कि चीनी छोड़ने से धमनियों में सूजन कम होती है, जिससे हृदय स्वास्थ्य बेहतर होता है। इसके अलावा, यह आदत उन लोगों के लिए भी फायदेमंद हो सकती है जो अक्सर मानसिक थकान, भ्रम या ‘ब्रेन फॉग’ का अनुभव करते हैं। इससे दिमाग ज़्यादा स्पष्ट रूप से सोचता है और एकाग्रता बढ़ती है।
एक और बड़ा फायदा यह है कि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। चीनी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमज़ोर करती है, जबकि इसे छोड़ने से शरीर में मैग्नीशियम, कैल्शियम और ज़िंक जैसे ज़रूरी खनिजों का स्तर संतुलित रहता है, जो शरीर की रक्षा प्रणाली को मज़बूत बनाते हैं।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
