मानसून में पेट खराब? तो आयुर्वेदिक न्यूट्रिशनिस्ट से जानिए पूरी जानकारी…

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मानसून के मौसम में कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ जाती हैं। खासकर, इस मौसम में पेट संबंधी समस्याएं बहुत ज़्यादा बढ़ने लगती हैं। दरअसल, वातावरण की नमी के कारण खाने-पीने की चीज़ें जल्दी खराब हो जाती हैं।

ऐसा खाना खाने से व्यक्ति को फ़ूड पॉइज़निंग हो जाती है। साथ ही, अगर आपको बार-बार दस्त, उल्टी, पेट दर्द या गैस जैसी समस्याएँ होती हैं, तो यह लेख आपके लिए है।

आयुर्वेदिक पोषण विशेषज्ञ ने इन सभी समस्याओं से एक ही दिन में छुटकारा पाने का एक ख़ास उपाय बताया है। तो आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं-

पोषण विशेषज्ञ क्या कहते हैं?

आयुर्वेदिक पोषण विशेषज्ञ कहते हैं कि फ़ूड पॉइज़निंग होने पर आप एक प्रभावी आयुर्वेदिक डिटॉक्स प्लान अपना सकते हैं। यह प्लान न सिर्फ़ आपके पेट को साफ़ करता है, बल्कि पाचन क्रिया को भी मज़बूत बनाता है।

क्या करें?

अनार की छाल की चाय

आयुर्वेदिक पोषण विशेषज्ञों के अनुसार, अनार के छिलकों में पेट के संक्रमण को कम करने और दस्त से राहत दिलाने के गुण होते हैं। इसे बनाने के लिए, सूखे अनार के छिलकों को 200 मिलीलीटर पानी में उबालें, फिर इस अनार की चाय को छान लें और दिन भर थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पिएँ।

जीरा और अजमा का पानी

पाचन के लिए, जीरा और अजमा दोनों ही बहुत फायदेमंद होते हैं और पेट की गैस से राहत दिलाते हैं। इसे बनाने के लिए, एक गिलास पानी में 1-1 चम्मच जीरा और अजमा उबालें, ठंडा होने पर पिएँ। इससे पेट फूलने की समस्या कम होती है।

पुदीना और धनिया का रस

पुदीना ठंडा होता है और पेट को आराम देता है, जबकि धनिया शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। ताज़ा पुदीना और धनिया के पत्तों को पानी में पीसकर दिन में एक या दो बार पिएँ।

डिटॉक्स के दौरान क्या नहीं करना चाहिए?

आयुर्वेदिक पोषण विशेषज्ञों के अनुसार, इस दिन अनाज (रोटी, चावल आदि) से परहेज करना चाहिए। बस ऊपर बताए गए तीन पेय पिएँ ताकि पाचन तंत्र आराम कर सके और खुद को ठीक कर सके।

न्यूट्रिशनिस्ट आगे कहती हैं कि मानसून में पेट खराब होना आम बात है, लेकिन सही समय पर सही डिटॉक्स लेने से आप जल्दी ठीक हो सकते हैं।

यह एक दिवसीय डिटॉक्स प्लान पेट साफ़ करता है और पाचन क्रिया को बेहतर बनाने के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। हालाँकि, अगर लक्षण ज़्यादा गंभीर हों या पेट की समस्या लंबे समय से चल रही हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।

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