शरीर की सुंदरता बढ़ाने और उसे स्वस्थ रखने के लिए पौष्टिक आहार ज़रूरी है। चेहरे की खूबसूरती बढ़ाने वाले दांतों के प्रति हम ज़्यादा लापरवाह हो गए हैं।
खासकर आजकल बच्चों में, छोटी उम्र में ही दांतों में दर्द और सड़न की समस्या देखी जा रही है। यह आम समस्या कभी-कभी गंभीर रूप ले लेती है।
दांतों में दर्द और सड़न (कैविटी या सड़न) अक्सर खाने में मौजूद चीनी और बैक्टीरिया के कारण होती है। उचित उपचार और घरेलू उपाय दर्द को कम कर सकते हैं और सड़े हुए दांतों को और खराब होने से बचा सकते हैं।
दांत दर्द एक आम समस्या है जिसका इलाज आप बिना डेंटिस्ट के पास जाए घर पर ही कर सकते हैं।
लौंग या लौंग का तेल
लौंग में यूजेनॉल होता है, जो एक प्राकृतिक दर्द निवारक है।
एक रुई में लौंग के तेल की 1-2 बूँदें लें और इसे दर्द वाले दांत पर 5-10 मिनट तक रखें।
नमक के पानी से कुल्ला
एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच नमक मिलाकर मुँह में घुमाएँ।
संक्रमण और सूजन कम करता है।
पुदीना तेल
ठंडक देता है और दर्द कम करता है।
एक रुई के फाहे पर तेल की एक बूंद डालें और दर्द वाली जगह पर रखें।
हल्दी पाउडर
एंटीसेप्टिक है। दर्द वाली जगह पर हल्दी लगाएँ या गीली रुई से दबाएँ।
दांतों की सड़न से सावधान रहें
अगर शुरुआती दौर में ही पता चल जाए, तो दांतों की सड़न को घर पर ही रोका और ठीक किया जा सकता है। लेकिन अगर दांतों में सड़न बढ़ गई है और कैविटी बन गई है और इसकी वजह से सिरदर्द और अन्य समस्याएं दिखाई दे रही हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें।
ऐसी स्थिति में, डॉक्टर दांत के सड़े हुए हिस्से को हटा देते हैं, ताकि सड़न आगे न फैले। इसके बाद, दांत के खोखले हिस्से में भराव सामग्री भर दी जाती है ताकि उसका स्तर बना रहे। दांतों की सड़न को रोकने के लिए मीठे और नमकीन खाद्य पदार्थों से बचें और संतुलित और पौष्टिक आहार लें।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।