आज के समय में मुनाफ़ा कमाने के चक्कर में लोग हर चीज़ में मिलावट करने लगे हैं। चाहे वो मसाले हों या काजू जैसे महंगे सूखे मेवे। ये सभी चीज़ें रंग और अन्य सस्ते हानिकारक पदार्थों के साथ मिलाकर बेची जाती हैं।
होली और दिवाली जैसे त्योहारों के दौरान बाज़ार में सूखे मेवों की माँग काफ़ी बढ़ जाती है। इसलिए अगर आप सूखे मेवे खरीद रहे हैं, तो आपको असली और नकली मेवों की पहचान करना आना चाहिए।
ऐसे करें असली और नकली मेवों की पहचान
बादाम खरीदते समय इन टिप्स को अपनाएँ
बादाम में रंग मिलाया जा रहा है। बादामों को अच्छी क्वालिटी का दिखाने के लिए उन्हें केसरिया रंग मिलाकर चमकदार बनाया जाता है। इसलिए बादाम खरीदते समय उन्हें हाथों पर रगड़कर ज़रूर जाँच लें। मेवे बहुत बड़े या बहुत छोटे नहीं होने चाहिए। मध्यम आकार के बादाम ही खरीदें।
काजू खरीदते समय इन सुझावों का पालन करें
बाजार में नकली काजू बड़ी मात्रा में बिक रहे हैं। आप असली काजू को रंग और गंध से पहचान सकते हैं। सफेद और भूरे रंग के काजू असली होते हैं। अगर काजू से तैलीय गंध आती है या उनका रंग पीला दिखाई देता है, तो वे मिलावटी और पुराने हो सकते हैं।
अखरोट खरीदते समय इन सुझावों का पालन करें
नकली अखरोट का रंग बहुत गहरा होता है। कभी-कभी अखरोट से बदबू आती है, जो इस बात का संकेत है कि अखरोट खराब है। इसलिए हमेशा छिलके वाले अखरोट ही खरीदें, जिनमें मिलावट न हो।
किशमिश खरीदते समय इन सुझावों का पालन करें
बाज़ार में अन्य सूखे मेवों की तरह नकली किशमिश भी मिलती हैं। इन किशमिशों को मीठा करने के लिए चीनी मिलाई जाती है। इसलिए आपको गीली किशमिश खरीदने से बचना चाहिए, ये नकली किशमिश हो सकती हैं। साथ ही, अगर किशमिश को हाथ में रगड़ने पर कोई रंग दिखाई दे, तो ऐसी किशमिश न खरीदें।
रंग और स्वाद से पहचानें
आप असली और नकली मेवों की पहचान रंग और स्वाद से भी कर सकते हैं। इनकी खुशबू में काफ़ी अंतर होता है। साथ ही, नकली मेवे थोड़े गहरे रंग के होते हैं। नकली मेवे खाने पर थोड़े कड़वे या ज़्यादा मीठे लग सकते हैं।
