प्राइवेट पार्ट कैंसर: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के आंकड़ों के अनुसार, 2020 में दुनिया भर में प्रोस्टेट कैंसर से 1 करोड़ पुरुषों की मौत हुई। हालाँकि, 65 वर्ष से अधिक आयु के पुरुषों को इस कैंसर का खतरा ज़्यादा होता है। लेकिन कभी-कभी छोटे कद के पुरुष भी इसके शिकार हो जाते हैं। खासकर अगर आपका वज़न ज़्यादा है या आपके परिवार में प्रोस्टेट कैंसर का इतिहास रहा है, तो आपको प्रोस्टेट कैंसर होने का ख़तरा अन्य लोगों की तुलना में कई गुना ज़्यादा हो सकता है।
ऐसे में, इस जानलेवा बीमारी को मात देने का एकमात्र तरीका है कि इसे जल्द से जल्द पहचाना जाए और इसका इलाज कराया जाए, जिसके लिए लक्षणों की पहचान सबसे ज़रूरी है।शरीर के निचले हिस्से में पाए जाने वाले प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण स्वास्थ्य विशेषज्ञ शरीर के तीन हिस्सों में दर्द को नज़रअंदाज़ करने की सलाह नहीं देते हैं। इनमें कूल्हे, श्रोणि और पीठ का दर्द शामिल है। यह दर्द प्रोस्टेट में बढ़ते कैंसर का संकेत हो सकता है। प्रोस्टेट कैंसर के अन्य लक्षण
पेशाब करने में कठिनाई
मूत्र प्रवाह में कमी
मूत्र में रक्त
शुक्राणु में रक्त
हड्डी में दर्द
अचानक वज़न कम होना
बांझपन
कैंसर अन्य अंगों में भी फैल सकता है। प्रोस्टेट कैंसर भी एक गंभीर स्थिति है क्योंकि यह अन्य अंगों में भी फैल सकता है। अगर प्रोस्टेट में कैंसर कोशिकाओं का समय पर इलाज नहीं किया जाता है, तो वे हड्डियों, आंतों, लिवर और फेफड़ों में भी फैल सकती हैं।प्रोस्टेट कैंसर से कैसे बचाव करें?प्रोस्टेट कैंसर से बचाव के सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है स्वस्थ जीवनशैली अपनाना। इनमें स्वस्थ आहार के साथ स्वस्थ वज़न बनाए रखना, नियमित व्यायाम, धूम्रपान और शराब न पीना, साथ ही विटामिन डी की कमी से बचना और सुरक्षित यौन संबंध बनाना शामिल है।अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।