सेंधा नमक, जिसे रॉक सॉल्ट, पिंक सॉल्ट और हिमालयन सॉल्ट भी कहा जाता है, स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
आजकल कई लोग साधारण नमक की जगह इसका इस्तेमाल करने लगे हैं। पहले लोग इस नमक का इस्तेमाल सिर्फ़ व्रत में ही करते थे। लेकिन अब लोग रोज़ाना खाने में भी सेंधा नमक का इस्तेमाल करते हैं।
सेंधा नमक शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। लेकिन लंबे समय तक इसका इस्तेमाल करने से शरीर में कई समस्याएं हो सकती हैं। भारत में लोग अब सेंधा नमक का ज़्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे आयोडीन की कमी होती है और वॉटर रिटेंशन की समस्या भी बढ़ जाती है।
सेंधा नमक में साधारण नमक की तुलना में आयोडीन बहुत कम होता है। अगर आप लंबे समय तक खाने में सिर्फ़ सेंधा नमक का इस्तेमाल करते हैं, तो इससे शरीर में आयोडीन की कमी और उससे होने वाली बीमारियाँ हो सकती हैं।
जो लोग लंबे समय तक खाने में सिर्फ़ सिंधालु का इस्तेमाल करते हैं और ज़्यादा नमक खाते हैं, उनके शरीर में पानी जमा होने की समस्या हो जाती है। जिससे शरीर में कई तरह की समस्याएँ हो सकती हैं।
सिंधालुन का इस्तेमाल रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। लेकिन ज़्यादा सिंधलुन खाने से उच्च रक्तचाप भी हो सकता है। जिससे हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है।
अगर सेंधा नमक का ज़्यादा इस्तेमाल किया जाए, तो यह शरीर में थकान और मांसपेशियों में कमज़ोरी पैदा कर सकता है। इसलिए सिंधलुन का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।
सेंधा नमक थायराइड के मरीजों के लिए नुकसानदेह हो सकता है। अगर शरीर में आयोडीन की कमी हो, तो थायराइड की समस्या बढ़ सकती है। वृद्धि।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
