हमारे देश में कई पेड़-पौधे और फूल हैं, जिनका इस्तेमाल पूजा-पाठ के अलावा आयुर्वेदिक चिकित्सा में भी किया जाता है। आयुर्वेद के एक ऐसे ही चमत्कारी पौधे की बात करें तो यह न केवल स्वास्थ्य के लिए अमृत है, बल्कि भगवान शंकर को भी अत्यंत प्रिय है। दरअसल, हम बात कर रहे हैं धतूरे के पौधे की, जिसे आमतौर पर जहरीला माना जाता है। लेकिन इसके फायदों के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं।
डॉ. अमित वर्मा ने लोकल 18 को बताया कि धतूरा एक ऐसा पौधा है जिसके फल, पत्ते और तने हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। क्योंकि, इसमें ट्रोपेन एल्कलॉइड स्कोपोलामाइन, एट्रोपिन, एनिसोडामाइन, मेटालोइडिन, एंजेलेट एस्टर जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं, जो हमें कई गंभीर बीमारियों से बचाते हैं।
अगर आपको कान में दर्द और सूजन है, तो आप धतूरे का इस्तेमाल कर सकते हैं। धतूरे में सूजन-रोधी और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। इन गुणों के कारण, यह कान दर्द की समस्या को ठीक कर सकता है।
धतूरा गठिया से पीड़ित महिलाओं के लिए एक चमत्कारी उपाय है। दर्द होने पर धतूरे के फल का रस निकालकर तिल के तेल में उबालें। जब तेल रह जाए, तो तेल से मालिश करें। जोड़ों और दर्द वाली जगह पर अच्छी तरह मालिश करने के बाद, धतूरे का पत्ता बाँध लें। इससे गठिया की समस्या दूर होती है।
अगर आप बालों के झड़ने या रूसी की समस्या से परेशान हैं, तो धतूरे के फल का रस अपने बालों पर कुछ देर लगाएँ। फिर अपने बालों को धो लें।
कुछ दिनों तक ऐसा करने से आपके बाल मजबूत हो जाएंगे और रूसी की समस्या भी दूर हो जाएगी। तो देर किस बात की, बालों की समस्याओं से बचने के लिए आज से ही धतूरे का इस्तेमाल शुरू कर दें।
धतूरे के तेल का इस्तेमाल गठिया के इलाज के लिए किया जा सकता है। धतूरे के तेल की तासीर बहुत गर्म होती है, जो गठिया के दर्द से राहत दिलाती है। आप अरंडी के तेल और अरंडी के तेल को मिला लें। अब इस मिश्रण को अपने प्रभावित जगह पर लगाएं। इससे दर्द से काफी राहत मिलेगी।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
