किडनी का काम शरीर में रक्त को फ़िल्टर करना है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों और अतिरिक्त तरल पदार्थ को बाहर निकालती है। इसलिए, किडनी का स्वस्थ होना बेहद ज़रूरी है। अगर किसी कारण से किडनी ठीक से काम करना बंद कर दे (किडनी खराब होने के लक्षण), तो शरीर में कई तरह की समस्याएँ घर कर सकती हैं।
किडनी के ठीक से काम न करने से शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा होने लगते हैं, जिससे उच्च रक्तचाप, यूरिक एसिड का बढ़ना आदि कई समस्याएं हो सकती हैं।
गुर्दे की विफलता के लक्षण
पेशाब में झाग आना – अगर पेशाब में झाग दिखाई दे, तो यह गुर्दे की विफलता का संकेत हो सकता है। दरअसल, जब गुर्दे ठीक से काम नहीं कर रहे होते हैं, तो पेशाब में प्रोटीन दिखाई देता है। इसे प्रोटीनुरिया कहते हैं। इस संकेत को नज़रअंदाज़ करना आपको भारी पड़ सकता है। इसलिए अगर पेशाब में झाग दिखाई दे, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
बार-बार पेशाब आना-
अगर आपको बार-बार पेशाब आ रहा है, तो यह भी गुर्दे की विफलता का संकेत हो सकता है। खासकर अगर यह समस्या रात में ज़्यादा होती है।
दरअसल, जब गुर्दे ठीक से काम नहीं कर रहे होते हैं, तो शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा होने लगते हैं। इसे बाहर निकालने के लिए बार-बार पेशाब करना पड़ता है। हालाँकि, कभी-कभी यह संक्रमण का संकेत भी हो सकता है। इसलिए, अगर आपको बार-बार पेशाब आ रहा है, तो अपने डॉक्टर से सलाह लें।
पेशाब का रंग बदलना:
अगर गुर्दे ठीक से काम करना बंद कर देते हैं, तो पेशाब का रंग बदल सकता है। अगर पेशाब का रंग गहरा पीला या भूरा दिखाई दे, तो यह किडनी फेल होने का संकेत हो सकता है।
इसके अलावा, कुछ मामलों में पेशाब में खून आने की समस्या भी हो सकती है। यह गुर्दे में संक्रमण या गुर्दे की पथरी का संकेत हो सकता है। इसलिए, अगर आपको पेशाब के रंग में कोई बदलाव दिखाई दे, तो डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है।
पेशाब से बदबू आना-
अगर पेशाब से बदबू आ रही है, तो यह इस बात का भी संकेत हो सकता है कि गुर्दे ठीक से काम नहीं कर रहे हैं। विषाक्त पदार्थों के जमा होने के कारण पेशाब से बदबू आने लगती है। इसलिए, अगर पेशाब से अजीब सी बदबू आ रही है, तो डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
