अगर मधुमेह के मरीज़ अपने खान-पान पर ध्यान न दें, तो उनके लिए शुगर को नियंत्रित करना मुश्किल हो सकता है। क्योंकि आप जो खाते हैं उसका असर आपके रक्त शर्करा के स्तर पर पड़ता है। इसलिए मधुमेह रोगियों को कम कार्बोहाइड्रेट और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ खाने चाहिए।
मधुमेह में फल और सब्ज़ियाँ आमतौर पर स्वास्थ्यवर्धक मानी जाती हैं, लेकिन कुछ सब्ज़ियाँ मधुमेह रोगियों के लिए हानिकारक भी साबित हो सकती हैं।
आलू
आलू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत ज़्यादा होता है और इसमें स्टार्च भी भरपूर होता है। इसलिए, ज़्यादा मात्रा में आलू खाने से रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है।
इसके अलावा, आलू आसानी से पच जाते हैं। इसलिए यह रक्त में ग्लूकोज़ जल्दी छोड़ता है और शर्करा का स्तर बढ़ने लगता है। इसलिए, आलू खाने से मधुमेह रोगियों को समस्याएँ हो सकती हैं।
स्वीट कॉर्न
स्वीट कॉर्न का ग्लाइसेमिक इंडेक्स मध्यम होता है, लेकिन इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज़्यादा होती है। इसलिए, अगर इसका अधिक सेवन किया जाए, तो रक्त शर्करा बढ़ सकती है। यही कारण है कि मधुमेह रोगियों को स्वीट कॉर्न का सेवन बहुत सीमित मात्रा में करना चाहिए।
रतालू
रतालू स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसलिए लोग इसकी सब्जी बड़े चाव से खाते हैं। लेकिन यह मधुमेह रोगियों के लिए समस्याएँ पैदा कर सकता है। इन सब्जियों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स उच्च होता है और इनमें कार्बोहाइड्रेट भी अधिक होता है। इसलिए, इन्हें खाने से रक्त शर्करा का स्तर तेज़ी से बढ़ सकता है।
सूरन
सूरन खाने से मधुमेह रोगियों का रक्त शर्करा स्तर भी बढ़ सकता है। हालाँकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स मध्यम होता है, लेकिन ज़्यादा मात्रा में सेवन करने से शर्करा का स्तर बढ़ सकता है। इसलिए मधुमेह रोगियों को सूरन नहीं खाना चाहिए या बहुत कम मात्रा में खाना चाहिए।
मधुमेह रोगियों को क्या खाना चाहिए?
मधुमेह रोगियों को अपने आहार में कम स्टार्च और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली सब्ज़ियाँ शामिल करनी चाहिए। इन सब्ज़ियों को खाने से रक्त शर्करा का स्तर अचानक नहीं बढ़ेगा और स्वास्थ्य को भी लाभ होगा।
हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद होती हैं। इनमें फाइबर, प्रोटीन, विटामिन और खनिज होते हैं, जो शुगर को नियंत्रित करने और स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
