बासी होने पर ये 5 फूड्स बन जाते हैं ‘अमृत’, अपनी डाइट में जरूर करें शामिल…

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भोजन हमेशा उतना ही पकाना चाहिए जितना खाया जा सके। आयुर्वेद हो या आधुनिक विज्ञान, दोनों इस बात पर सहमत हैं कि भोजन हमेशा ताज़ा और तुरंत पकाया जाना चाहिए। बासी भोजन को फ्रिज में रखने या दोबारा गर्म करने से उसके पोषक तत्व कम हो जाते हैं और उसका स्वाद बिगड़ जाता है।

हालांकि, कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ भी हैं जो पुराने होने के बाद ज़्यादा स्वादिष्ट और पौष्टिक हो जाते हैं। इनमें से कई व्यंजन विशेष रूप से बचे हुए खाने से बनाए जाते हैं, जो शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। तो आइए आज इन व्यंजनों के बारे में जानते हैं।

बासी रोटी खाना बहुत फायदेमंद होता है।

घर के बड़े-बुजुर्ग अक्सर बची हुई रोटी अगली सुबह चाय के साथ खाना पसंद करते हैं। अगर आपकी रोटी भी रात भर बची है, तो उसे गरमागरम खाना बहुत फायदेमंद होता है।

दरअसल, बासी रोटी में किण्वन प्रक्रिया शुरू हो जाती है, जो आंत के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। यह समग्र पाचन में सुधार करती है और मधुमेह प्रबंधन के लिए भी एक स्वस्थ विकल्प है।

बासी चावल पेट के लिए फायदेमंद होता है।

रात भर बचा हुआ बासी चावल भी अगली सुबह तक ज़्यादा पौष्टिक हो जाता है। भारत के कई राज्यों में बासी चावल को व्यंजन के रूप में खाया जाता है। पके हुए चावल को रात भर पानी में भिगोया जाता है। फिर सुबह इसे प्याज, नमक और मिर्च डालकर खाया जाता है। इस व्यंजन को पांता भात और बासी भात के नाम से जाना जाता है।

यह किण्वित चावल पेट के लिए बेहद फायदेमंद है। इसके अलावा, इसमें आयरन, सोडियम, पोटैशियम और कैल्शियम जैसे कई पोषक तत्व भी भरपूर मात्रा में होते हैं।

वासी खीर स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक होती है।

भारतीय घरों में खाने के बाद कुछ मीठा खाने का रिवाज़ है। इस मिठाई के लिए ज़्यादातर चावल की खीर बनाई जाती है। यह खाने में बहुत स्वादिष्ट होती है। लेकिन क्या आपने कभी रात का बचा हुआ बासी हलवा खाया है? यकीन मानिए, यह ज़्यादा स्वादिष्ट और सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है।

बचे हुए हलवे को रात भर फ्रिज में रखें और अगले दिन इसका आनंद लें। ठंडा हलवा रबड़ी जैसा स्वाद देगा और आपके पेट के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होगा।

बासी दही भी स्वास्थ्यवर्धक होता है।

एक-दो दिन फ्रिज में रखा दही भी बासी होने पर और भी ज़्यादा फायदेमंद हो जाता है। इससे किण्वन प्रक्रिया तेज़ हो जाती है और अच्छे बैक्टीरिया का विकास शुरू हो जाता है।

इस तरह का दही आंतों के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। पाचन क्रिया को बेहतर बनाने के साथ-साथ यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करता है। बासी होने से दही में कई विटामिन की मात्रा काफी बढ़ जाती है जो स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। जिन लोगों को दूध या दही पचता नहीं है, उनके लिए बासी दही एक बेहतर विकल्प हो सकता है।

बासी ब्राउन राइस एक स्वास्थ्यवर्धक भोजन है।

बासी होने के बाद सिर्फ़ चावल ही नहीं, राजमा भी स्वास्थ्यवर्धक हो जाता है। पके हुए राजमा को रात भर रखने पर सभी मसाले और दालें अच्छी तरह मिल जाती हैं।

इससे स्वाद भी काफ़ी बढ़ जाता है। स्वाद बेहतर होने के साथ-साथ, इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट टूटने लगते हैं, जिससे इसे पचाना आसान हो जाता है।

राजमा में प्रोटीन, फाइबर, आयरन और पोटैशियम जैसे कई पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं; इसे पचाना भी आसान होता है।

अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।

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