भारत ही नहीं, आज एक्यूप्रेशर पद्धति पूरी दुनिया में लोकप्रिय है। आज लोग योग, प्राणायाम और एक्यूप्रेशर को सेवन करने की बजाय ज़्यादा फायदेमंद मानते हैं और यह सही भी है, क्योंकि सभी नशीले पदार्थों का सेवन हमारे शरीर को खराब करता है। इन अन्य उपायों को अपनाने से भी हमारा शरीर और स्वास्थ्य अच्छा रहता है और कई अन्य बीमारियाँ हमारे शरीर को छूने से भी ठीक नहीं होतीं।
आज हम कुछ योग क्रियाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप कई बीमारियों से राहत पा सकते हैं। आज के अंक में हम एक ख़ास योग क्रिया के बारे में बात करने जा रहे हैं, जिसे जानकर आपको हैरानी होगी कि सिर्फ़ एक मिनट आपको 3 तरह के ज़बरदस्त फ़ायदे दे सकता है। जी हाँ, आपको बस अपने लिए 1 मिनट निकालना है और आपको कुछ ही दिनों में अपनी सेहत में फ़र्क़ नज़र आने लगेगा और इसका असर आपके शरीर पर भी दिखने लगेगा।
आइए जानते हैं इसके बारे में कुछ ख़ास बातें। आपको ज़्यादा कुछ नहीं करना है, बस अपनी जीभ से अपने तालू को छूना है और फिर साँस अंदर लेनी है। जिन लोगों को रात में नींद नहीं आती, उन्हें यह उपाय करने से अच्छी नींद आएगी। इस तरह साँस लेते हुए आपको थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन यकीन मानिए, यह व्यायाम बहुत फायदेमंद होगा। इसका आपके स्वास्थ्य पर सीधा गहरा असर होगा।
जीभ को तालु पर रखने का तरीका
अपनी जीभ की नोक से तालु को स्पर्श करें और इस तरह साँस लें। फिर अपने फेफड़ों से अच्छी तरह साँस छोड़ें। चार तक गिनते हुए अपनी नाक से साँस लें और फिर सात तक गिनते हुए अपनी साँस रोककर रखें। गहरी साँस लें और साँस के साथ अपने मुँह को फुलाएँ, फिर आठ तक गिनते हुए सीटी बजाएँ। इस प्रक्रिया को चार बार दोहराएँ।
- अगर यह प्रक्रिया रोज़ाना लगातार दो से तीन महीने तक की जाए, तो आपको शरीर क्रिया विज्ञान की मदद से कई महत्वपूर्ण बदलाव दिखाई देंगे।
- यह शरीर को तनाव से मुक्त होने और आराम करने में मदद करता है।
- आपको बता दें कि यह आपके पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है और हृदय गति को कम करता है। इसके साथ ही, यह आपके रक्तचाप को भी धीमा करता है।
- ध्यान दें कि अगर आपको रात में नींद आने में परेशानी होती है, तो इस तरीके को ज़रूर आज़माएँ।
- इसके अलावा, इस व्यायाम के लिए आपको किसी दवा की ज़रूरत नहीं होगी। इस व्यायाम के लिए आपको बस अपनी जीभ और ठीक से साँस लेने की क्षमता का ज्ञान होना ज़रूरी है।
- इस अद्भुत तरीके का आविष्कार डॉ. डोनर एंड्रयू वील ने किया था। यह सरल विधि आपके तांत्रिक तंत्र को प्राकृतिक रूप से ठीक करने में मदद करती है।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
