दूध पौष्टिक और स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माना जाता है। इसमें कैल्शियम, विटामिन डी, मैग्नीशियम, प्रोटीन और कई पोषक तत्व होते हैं, जो हड्डियों को मज़बूत बनाते हैं और शरीर के समग्र विकास में सहायक होते हैं। दूध बच्चों, बुज़ुर्गों और साधारण जीवनशैली वाले लोगों के लिए ज़रूरी माना जाता है।
लेकिन हाल ही में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि दूध पीना हर किसी के लिए उपयुक्त नहीं है। दूध कुछ स्वास्थ्य संबंधी स्थितियों में नुकसान पहुँचा सकता है।
1. पीसीओएस और हार्मोनल असंतुलन:
दूध में एस्ट्रोजन और कुछ प्राकृतिक हार्मोन होते हैं, जो शरीर में हार्मोनल संतुलन को बिगाड़ सकते हैं। दूध पीने से पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं में एंड्रोजन और इंसुलिन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है। डेयरी उत्पाद, खासकर पूर्ण वसा वाला दूध, खाने से बचना ही बेहतर है।
फैटी लिवर या लिवर में सूजन की समस्या वाले लोगों को दूध पचाने में मुश्किल होती है। दूध में मौजूद वसा लिवर पर ज़्यादा बोझ डाल सकती है। नतीजतन, लिवर में सूजन और अन्य गंभीर समस्याएँ हो सकती हैं।
3. शरीर में सूजन:
दूध में मौजूद संतृप्त वसा और लिपोपॉलीसेकेराइड सूजन पैदा करने वाले तत्व हैं, जो शरीर में सूजन बढ़ा सकते हैं। जिन लोगों को पहले से ही सूजन की समस्या है, उन्हें दूध से परहेज करना चाहिए।
4. लैक्टोज़ असहिष्णुता और एलर्जी:
दूध में मौजूद लैक्टोज़ कई लोगों के लिए पचाना मुश्किल होता है। लैक्टोज़ असहिष्णु लोगों को दूध पीने के बाद पेट दर्द, गैस, अपच और त्वचा की एलर्जी जैसी समस्याओं का अनुभव हो सकता है। ऐसे लोगों के लिए डेयरी-मुक्त विकल्प अपनाना बेहतर है।
दूध स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद तो है, लेकिन यह सभी के लिए उपयुक्त नहीं है। अगर आपको ऊपर बताई गई कोई भी समस्या है, तो किसी स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लेने के बाद ही दूध या डेयरी उत्पाद लें।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
