हम अक्सर सोचते हैं कि दिल का दौरा अचानक आता है। बिना किसी चेतावनी के, लेकिन सच तो यह है कि हमारा शरीर पहले से ही कई संकेत देना शुरू कर देता है। समस्या यह है कि हम इन संकेतों को मामूली समझकर अनदेखा कर देते हैं या फिर इन्हें किसी और बीमारी से जोड़ देते हैं। जैसे सिरदर्द, थकान, गलत बैठने की आदत के कारण पीठ दर्द, या सीने में भारीपन, गैस, ये छोटी-छोटी गलतियाँ बड़ी मुसीबत का कारण बन सकती हैं। दिल का दौरा पड़ने से पहले शरीर आपको कुछ हिस्सों में दर्द के ज़रिए चेतावनी देता है। लेकिन आप इसे समझ नहीं पाते।
दिल का दौरा पड़ने से पहले शरीर के किन हिस्सों में दर्द होता है? दिल का दौरा पड़ने का सबसे आम और प्रमुख लक्षण सीने में दबाव, जलन या जकड़न महसूस होना है। यह दर्द बाईं ओर या बीच में हो सकता है और अक्सर इसे गैस या अपच समझ लिया जाता है। अगर आपको बिना किसी स्पष्ट कारण के अपने बाएँ हाथ में दर्द या झुनझुनी महसूस होती है, तो यह हृदय संबंधी समस्याओं का संकेत हो सकता है।दर्द सीने से शुरू होकर बाएँ कंधे, बाँह और उंगलियों तक फैल सकता है। इन जगहों पर लगातार दर्द, खासकर जब किसी खास शारीरिक गतिविधि से जुड़ा न हो, हृदय संबंधी समस्या का संकेत हो सकता है। दिल का दौरा पड़ने से पहले अक्सर पेट में भारीपन, अपच या गैस का एहसास होता है।लोग इसे यह एक साधारण गैस की समस्या नहीं है, बल्कि यह दिल के दौरे का चेतावनी संकेत भी हो सकता है। अगर आपको बिना ज़्यादा मेहनत किए साँस लेने में तकलीफ़ होती है या आप हर समय थका हुआ महसूस करते हैं, तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि आपका दिल ठीक से काम नहीं कर रहा है। इन संकेतों को कभी नज़रअंदाज़ न करें।
अगर ये लक्षण बने रहें या बार-बार हों, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
अगर आपके परिवार में हृदय रोग का इतिहास रहा है, तो सावधानी बरतना और भी ज़रूरी हो जाता है।
40 साल की उम्र के बाद नियमित स्वास्थ्य जांच बहुत ज़रूरी है।
दिल का दौरा कोई अचानक आने वाली आपदा नहीं है, लेकिन शरीर के संकेतों को पहले से ही नज़रअंदाज़ कर देना एक बड़ी आपदा है। अगर हम उन संकेतों को पहचान लें, उन्हें समय रहते समझ लें और उचित कदम उठाएँ, तो जान बच सकती है। क्योंकि थोड़ी सी सावधानी आपकी और आपके अपनों की जान बचा सकती है। इसलिए शरीर के इस संकेत को समझें और तुरंत कदम उठाएँ।अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।