यूरिक एसिड के लिए पेय: आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी और खराब जीवनशैली के कारण शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या आम हो गई है। जब शरीर में यूरिक एसिड जमा हो जाता है और गुर्दे इसे ठीक से बाहर नहीं निकाल पाते, तो यह जोड़ों में जमा होकर गाउट का रूप ले लेता है, जिससे सूजन और दर्द जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
यह एक प्राकृतिक और कारगर उपाय है, जो यूरिक एसिड की समस्या को कम कर सकता है। इस प्राकृतिक उपाय में आप एक खास तरह के पेय का सेवन कर सकते हैं। आइए इन पेय पदार्थों के बारे में जानें… नींबू-अदरक-सेब के सिरके वाले पेय से यूरिक एसिड नियंत्रित करें
आवश्यक सामग्री
- गर्म पानी – 1 गिलास
- नींबू का रस – 1 छोटा चम्मच
- सेब का सिरका – 1 बड़ा चम्मच
- अदरक का रस – आधा छोटा चम्मच
- हल्दी – एक चुटकी
बनाने का तरीका सभी सामग्रियों को एक गिलास गर्म पानी में अच्छी तरह मिलाएँ। इसे सुबह खाली पेट पिएँ। आप चाहें तो इसे दिन में एक बार और भोजन से 30 मिनट पहले ले सकते हैं।
यह पेय कैसे काम करता है?
नींबू के रस में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है, जो शरीर से विषैला पदार्थ निकालता है और यूरिक एसिड को घोलकर उसे बाहर निकालने में मदद करता है। साथ ही, सेब के सिरके में मौजूद एसिटिक एसिड शरीर के पीएच संतुलन को बेहतर बनाता है और किडनी को यूरिक एसिड को छानने में मदद करता है।
इसके अलावा, अदरक में एक प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट होता है, जो जोड़ों की सूजन और दर्द को कम करता है। अगर आप हल्दी का इस्तेमाल करते हैं, तो इसमें करक्यूमिन नामक तत्व होता है, जो सूजन और दर्द से राहत दिलाने के लिए जाना जाता है। इस पेय को पीने के फायदे अगर आप नियमित रूप से इस पेय का सेवन करते हैं, तो यह सूजन और दर्द से राहत दिला सकता है।
यह शरीर को प्राकृतिक रूप से डिटॉक्सीफाई करने में कारगर हो सकता है। इस प्रकार यूरिक एसिड के स्तर को संतुलित करता है। इसके सेवन से पाचन में सुधार हो सकता है और वजन घटाने में मदद मिल सकती है। यह पेय आपकी कमज़ोर प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत करने में मदद कर सकता है।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।





