पथरी, गठिया और बालों की समस्याओं से जूझ रहे लोग अक्सर महंगे इलाज और दवाइयों का सहारा लेते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन समस्याओं का समाधान आपकी रसोई में ही मौजूद है। सहजन, जिसे ड्रमस्टिक भी कहा जाता है, इन स्वास्थ्य समस्याओं के लिए एक चमत्कारी सब्जी है।
सहजन: एक अचूक औषधि सहजन एक सस्ती और आसानी से उपलब्ध होने वाली सब्जी है, जो न केवल पौष्टिक तत्वों से भरपूर है, बल्कि कई औषधीय गुणों से भी भरपूर है। आयुर्वेद में इसे संजीवनी माना जाता है। इसके सेवन से शरीर को कई गंभीर बीमारियों से बचाया जा सकता है।
पथरी के लिए सहजन का उपयोग पथरी एक आम समस्या बन गई है, जो गुर्दे में जमा होने वाले खनिजों और लवणों के कारण होती है। सहजन में मौजूद औषधीय गुण पथरी को घोलकर शरीर से बाहर निकालने में मदद करते हैं।सहजन की फलियों का सेवन:- ताज़ी सहजन की फलियों को उबालकर खाने से पथरी घुलने में मदद मिलती है। इसके सेवन से मूत्र मार्ग में जमा विषाक्त पदार्थ भी बाहर निकल जाते हैं। सहजन के पत्तों का रस: रोज़ सुबह खाली पेट सहजन के पत्तों का ताज़ा रस पीने से गुर्दे साफ़ होते हैं। – यह न केवल पथरी घुलने में मदद करता है, बल्कि नई पथरी बनने से भी रोकता है। गठिया के लिए सहजन गठिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें जोड़ों में दर्द और सूजन होती है। सहजन के सूजनरोधी गुण गठिया के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं।सहजन के पत्तों का लेप:- ताज़ा सहजन के पत्तों का लेप बनाकर दर्द वाली जगह पर लगाने से सूजन और दर्द से राहत मिलती है।सहजन का काढ़ा:- सहजन की छाल और पत्तों से बने काढ़े का सेवन करने से शरीर की सूजन कम होती है और जोड़ों में लचीलापन बढ़ता है। बालों के लिए सहजन आजकल बालों का झड़ना और गंजापन आम हो गया है। सहजन बालों के लिए संजीवनी बूटी की तरह काम करता है। सहजन का तेल:- सहजन के बीजों से निकाला गया तेल बालों की जड़ों को मज़बूत बनाता है। – यह खोपड़ी में रक्त प्रवाह बढ़ाकर बालों के विकास को बढ़ावा देता है।सरगवा के पत्तों के उपयोग: -सरगवा के पत्तों का पेस्ट बनाकर बालों में लगाने से रूसी और सिर की अन्य समस्याएं दूर होती हैं।सहजन के अन्य लाभ सहजन न केवल पथरी, गठिया और बालों के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह कई अन्य बीमारियों में भी फायदेमंद है।पाचन तंत्र के लिए: सहजन में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है।रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए: इसमें मौजूद विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।रक्त शर्करा नियंत्रण: सहजन का नियमित सेवन मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद है।सहजन का सेवन कैसे करें?
सहजन की करी बनाकर खाएँ।
सहजन की पत्तियों का रस या काढ़ा पिएँ।
इसके बीजों से बने तेल का प्रयोग करें।
सहजन केवल एक जड़ी-बूटी नहीं है, बल्कि यह एक प्राकृतिक औषधि है जो पथरी, गठिया और बालों की समस्याओं का प्रभावी समाधान प्रदान करती है। इसे अपने दैनिक आहार में शामिल करें और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाएँ।अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।