कई लोगों को दूध का स्वाद पसंद नहीं होता या लैक्टोज़ असहिष्णुता के कारण वे दूध नहीं पी पाते। ऐसे लोगों में कैल्शियम की कमी का ख़तरा ज़्यादा होता है, क्योंकि दूध कैल्शियम के सबसे अच्छे स्रोतों (कैल्शियम युक्त पेय) में से एक है। कैल्शियम एक बहुत ही ज़रूरी खनिज है, जो हड्डियों और दांतों की मज़बूती के लिए ज़रूरी है।
सोया दूध
सोया दूध, दूध का एक बेहतरीन विकल्प है, खासकर उन लोगों के लिए जो लैक्टोज़ असहिष्णु हैं। सोया दूध में प्राकृतिक रूप से कैल्शियम होता है और अक्सर कैल्शियम फोर्टिफाइड होता है। एक कप सोया दूध में लगभग 300 मिलीग्राम कैल्शियम होता है, जो दूध के बराबर ही होता है। इसके अलावा, यह प्रोटीन से भरपूर होता है और हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
बादाम का दूध
बादाम का दूध एक और पौष्टिक विकल्प है, जो कैल्शियम से भरपूर होता है। हालाँकि प्राकृतिक बादाम के दूध में कैल्शियम की मात्रा कम होती है, लेकिन बाज़ार में उपलब्ध फोर्टिफाइड बादाम के दूध में प्रति कप 450 मिलीग्राम तक कैल्शियम हो सकता है। इसके अलावा, इसे पीने से विटामिन-ई और स्वस्थ वसा भी मिलती है। इसके अलावा, इसमें कैलोरी भी कम होती है और यह हृदय के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
संतरे का रस
संतरे का रस विटामिन-सी का एक अच्छा स्रोत है, लेकिन कैल्शियम-युक्त संतरे के रस में प्रति कप 350 मिलीग्राम तक कैल्शियम हो सकता है। यह आपकी दैनिक कैल्शियम की आवश्यकता को पूरा करने में मदद करता है। इसके अलावा, यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है और पाचन के लिए भी फायदेमंद होता है।
छाछ
छाछ या लस्सी दही से बना एक पेय है, जो पाचन के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें कैल्शियम के साथ-साथ प्रोबायोटिक्स भी होते हैं, जो पाचन तंत्र के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। एक कप छाछ में लगभग 300 मिलीग्राम कैल्शियम होता है। इसके अलावा, यह प्रोबायोटिक्स से भरपूर होने के साथ-साथ शरीर को ठंडक भी पहुँचाता है।
तिल का दूध
तिल कैल्शियम का एक बेहतरीन स्रोत हैं। तिल का दूध घर पर आसानी से बनाया जा सकता है और यह पेय कैल्शियम की कमी को दूर करने में मदद करता है। एक कप तिल के दूध में लगभग 200-300 मिलीग्राम कैल्शियम होता है। इसके अलावा, यह मैग्नीशियम और ज़िंक से भी भरपूर होता है।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
