खाना बनाते समय, आप अक्सर ऐसे तेलों का इस्तेमाल करना चाहते हैं जो आपके परिवार को स्वस्थ रखें। साथ ही खाने का स्वाद भी लाजवाब हो। जहाँ कई तरह के तेल सेहत के लिए बहुत अच्छे माने जाते हैं, वहीं कुछ तेल ऐसे भी हैं जो आपकी और आपके परिवार की सेहत बिगाड़ सकते हैं।
मकई का तेल
मकई का तेल सेहत के लिए बहुत हानिकारक होता है। इसमें मौजूद संभावित विषाक्त पदार्थ कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं। इसके अलावा, पेट और वज़न बढ़ने जैसी समस्याएँ भी हो सकती हैं।
मकई का तेल दिल की सेहत के लिए भी अच्छा नहीं माना जाता। इसमें मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड वसा होती है, जो अन्य तेलों की तुलना में बहुत ज़्यादा होती है।
सोयाबीन तेल
सोयाबीन तेल का इस्तेमाल भारतीय घरों में आम है, लेकिन सच तो यह है कि इस तेल में ओमेगा-6 की मात्रा बहुत ज़्यादा होती है, जो सेहत के लिए खतरनाक है।
कई शोधों से पता चला है कि सोयाबीन तेल खाने से मोटापा, मधुमेह, अल्ज़ाइमर और अवसाद जैसी बीमारियाँ हो सकती हैं।
सूरजमुखी का तेल
सूरजमुखी का तेल भी हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचा सकता है। हालाँकि, इस तेल में ओमेगा-6 फैटी एसिड होता है, जिसका अधिक सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए समस्याएँ पैदा कर सकता है। इससे कोलेस्ट्रॉल का खतरा भी बढ़ जाता है।
चावल की भूसी का तेल
चावल की भूसी का तेल स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। इस तेल की अपने उच्च स्मोक पॉइंट और विटामिन E के लिए बहुत प्रशंसा की जाती है, लेकिन यह आदर्श नहीं है। इस तेल में ओमेगा-6 फैटी एसिड की मात्रा बहुत अधिक होती है।
इस बीच, इस तेल का अधिक सेवन शरीर में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 का संतुलन बिगाड़ सकता है। इससे आपके शरीर में सूजन जैसी कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं।
ताड़ का तेल
बहुत से लोग ताड़ के तेल का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन यह तेल स्वास्थ्य के साथ-साथ पर्यावरण के लिए भी बेहद खतरनाक है। इस तेल में उच्च संतृप्त वसा होती है। इससे कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही, अगर इसका अधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो हृदय रोग होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
