अगर आप रोज़ रात 11 बजे के बाद सोने जाते हैं, तो यह आदत आपके स्वास्थ्य और जीवनशैली पर कई तरह से नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
नींद का सीधा संबंध शरीर की रिकवरी, मानसिक स्वास्थ्य और ऊर्जा के स्तर से होता है, इसलिए देर से सोने की आदत धीरे-धीरे शरीर के काम करने के तरीके को प्रभावित कर सकती है।
अगर आप कभी-कभी रात 11 बजे के बाद सोते हैं, तो यह कोई बड़ी समस्या नहीं है, लेकिन अगर यह रोज़ की आदत बन जाए, तो यह धीरे-धीरे आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है।
इसी क्रम में, आइए आयुर्वेदिक विशेषज्ञ डॉ. किरण गुप्ता से जानें कि रोज़ रात 11 बजे के बाद सोना हमारे शरीर के लिए कैसे हानिकारक है। डॉ. गुप्ता ने बताया कि देर रात सोने से न सिर्फ़ नींद की गुणवत्ता खराब होती है, बल्कि पाचन क्रिया पर भी असर पड़ता है।
विशेषज्ञ ने क्या कहा?
उन्होंने कहा कि अगर आप रात 11 बजे के बाद सोने जाते हैं, तो आपकी बॉडी क्लॉक गड़बड़ा सकती है, जिससे आपको गहरी और आरामदायक नींद नहीं आती। इससे सुबह उठने पर व्यक्ति थका हुआ और सुस्त महसूस करता है।
इसके अलावा, देर से सोने से मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है। देर रात तक जागने से तनाव और चिंता बढ़ सकती है, क्योंकि मस्तिष्क को सही समय पर आराम नहीं मिल पाता। इससे मूड स्विंग, चिड़चिड़ापन और ध्यान की कमी हो सकती है।
इतना ही नहीं, आपकी इस बुरी आदत के कारण आपका इम्यून सिस्टम कमज़ोर हो सकता है। दरअसल, अच्छी नींद शरीर को रिकवर करने में मदद करती है, लेकिन अगर आप रोज़ देर से सोते हैं, तो आपका इम्यून सिस्टम कमज़ोर हो सकता है और आपके बीमार होने की संभावना बढ़ जाती है।
अपनी बात जारी रखते हुए, डॉ. किरण गुप्ता ने आगे कहा कि अगर कोई व्यक्ति हर रात 11 बजे के बाद सोता है, तो इसका असर उसके मेटाबॉलिज्म और वजन पर पड़ता है।
देर से सोने से उत्पादकता कम हो सकती है
उन्होंने कहा कि जो लोग देर रात तक जागते हैं, वे अक्सर अस्वास्थ्यकर स्नैक्स खाते हैं, जिससे उनका वज़न बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा, मेटाबॉलिज़्म प्रभावित होता है, जिससे ऊर्जा का स्तर और पाचन तंत्र ख़राब हो सकता है।
इसके अलावा, देर रात तक सोने से न सिर्फ़ काम पर असर पड़ता है, बल्कि देर तक जागने वाले छात्रों की पढ़ाई पर भी नकारात्मक असर पड़ता है। देर रात तक सोने से उत्पादकता कम होती है और आप दिन भर थका हुआ महसूस करते हैं।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
