तरबूज स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है क्योंकि यह हाइड्रेशन का सबसे अच्छा प्राकृतिक स्रोत है। इसमें लगभग 92% पानी होता है, जो गर्मियों में शरीर को हाइड्रेटेड रखने और डिहाइड्रेशन से बचाने में मदद करता है। इसमें विटामिन C, A और B6 होते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने, त्वचा को स्वस्थ रखने और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं।
इसमें पोटेशियम भी अच्छी मात्रा में होता है, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है। तरबूज में पोटेशियम और अमीनो एसिड जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो मांसपेशियों को रिकवर करने और शरीर को फिर से हाइड्रेट करने में मदद करते हैं।
विशेषज्ञ की राय लें: तरबूज में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर में फ्री रेडिकल्स को कम करके कोशिकाओं को क्षति से बचाते हैं। इसमें मौजूद फाइबर पाचन में सुधार करता है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है। कम कैलोरी और वसा रहित होने के कारण, यह वजन घटाने के लिए भी एक बेहतरीन फल है।
तरबूज खाने के कई फायदे हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपको यह फल कब नहीं खाना चाहिए? तो आइए आयुर्वेदिक विशेषज्ञ डॉ. किरण गुप्ता से इस सवाल का जवाब जानें।
डॉ. किरण गुप्ता ने बताया कि भारी भोजन के तुरंत बाद तरबूज खाना हानिकारक हो सकता है। इससे पाचन क्रिया धीमी हो सकती है, जिससे आपको पेट संबंधी बीमारियों का खतरा हो सकता है। इसलिए, आपको ध्यान रखना चाहिए कि तरबूज और भोजन को कभी भी एक साथ न खाएं। उन्होंने बताया कि आप सुबह या शाम के नाश्ते में तरबूज खा सकते हैं। हालाँकि, अगर आप भोजन के साथ तरबूज खाते हैं, तो आप भोजन छोड़ सकते हैं।
इन लोगों को नहीं खाना चाहिए तरबूज: अपनी बात जारी रखते हुए, डॉ. किरण गुप्ता ने कहा कि जिन लोगों को सर्दी या गले में खराश है, उन्हें तरबूज खाने से बचना चाहिए। इसका ठंडा प्रभाव गले की खराश को बढ़ा सकता है और ठीक होने में देरी कर सकता है।
इसके अलावा, जब भी मौसम बदलता है, तो आपको तरबूज खाने से बचना चाहिए। डॉ. गुप्ता ने आगे कहा कि तरबूज को हमेशा सामान्य तापमान पर ही खाना चाहिए। इसे ठंडा खाने से बचें। उन्होंने कहा कि तरबूज स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, लेकिन इसे सही समय पर खाना ज़रूरी है। समय पर और सही तरीके से।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
