क्या आपको कभी ऐसा लगा है कि आपने पर्याप्त नींद ली है, लेकिन सुबह उठते ही शरीर थका हुआ, मन भारी और चिड़चिड़ा महसूस होता है? क्या अलार्म बंद करते ही आपकी ऊर्जा गायब हो जाती है? अगर हाँ, तो यह सिर्फ़ नींद की कमी का नतीजा नहीं है। इसके पीछे कुछ छिपे हुए कारण हैं जिन पर हम अक्सर ध्यान नहीं देते।
नींद की गुणवत्ता इसका पहला कारण हो सकती है। पर्याप्त नींद लेना ज़रूरी है, लेकिन उससे भी ज़्यादा ज़रूरी है उसकी गुणवत्ता। अगर आप रात भर बार-बार जागते हैं, गहरी नींद नहीं लेते, या बार-बार करवटें बदलते रहते हैं, तो शरीर और दिमाग पूरी तरह से रिचार्ज नहीं हो पाते।
इसके अलावा, आयरन या विटामिन डी की कमी भी एक प्रमुख कारण है। ये पोषक तत्व शरीर में ऊर्जा के संचार और थकान से लड़ने के लिए बेहद ज़रूरी हैं। इनकी कमी से नींद पूरी होने के बावजूद सुबह थकान महसूस होती है।
डिहाइड्रेशन, यानी शरीर में पानी की कमी, भी एक आम और अनदेखा कारण है। शरीर रात भर पानी के बिना रहता है और अगर सुबह उठने के तुरंत बाद पानी न पिया जाए, तो मेटाबॉलिज़्म धीमा हो जाता है और सुस्ती छा जाती है।
तनाव और ज़्यादा सोचने की वजह से दिमाग रात में भी आराम नहीं कर पाता। जब दिमाग अक्सर किसी चिंता या विचार में उलझा रहता है, तो शरीर को आराम नहीं मिल पाता, जिससे सुबह हार्मोनल असंतुलन और थकान होती है।
अंत में, भारी या अस्वास्थ्यकर रात का खाना भी इस समस्या की जड़ हो सकता है। अगर रात में तला हुआ या देर से खाना खाया जाए, तो पाचन क्रिया धीमी हो जाती है, जिससे नींद में खलल पड़ता है और सुबह शरीर तरोताजा महसूस नहीं करता।
तो अगली बार जब आप सुबह उठें और थकान महसूस करें, तो इन कारणों पर ध्यान दें। थोड़ा सा बदलाव आपकी सुबह को ताज़गी और ऊर्जा से भरपूर बना सकता है।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
