उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में इन दिनों महाकुंभ मेला चल रहा है। इसमें कई साधु-संत भाग ले रहे हैं। महाकुंभ मेले में इन दिनों एक बाबा की चर्चा हो रही है, जिनकी उम्र 129 साल है।
उनका नाम स्वामी शिवानंद है और आधार कार्ड में उनकी जन्मतिथि 8 अगस्त 1896 दर्ज है। वे पिछले 100 सालों से कुंभ मेले में भाग ले रहे हैं और अब उन्होंने अपनी लंबी उम्र का राज बताया है।
स्वामी शिवानंद ने कहा है कि उनकी लंबी उम्र और अच्छी फिटनेस का राज रोजाना कई घंटे योगाभ्यास करना है। उन्होंने अपना जीवन ध्यान और योग में बिताया है।
ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, स्वामी शिवानंद का जन्म वाराणसी में हुआ था। जब वे मात्र 6 साल के थे, तब उनके माता-पिता का देहांत हो गया था। इसके बाद उनका पालन-पोषण रिश्तेदारों ने किया।
छोटी उम्र से ही उन्होंने संत जीवन जीने का संकल्प लिया और वाराणसी के बाद, अपने जीवन के उद्देश्य को समझते हुए, वे आध्यात्मिक पथ पर चल पड़े।
जीवन में आध्यात्मिक साधना और ध्यान को प्राथमिकता देते हुए, उन्होंने धीरे-धीरे योग के महत्व को समझा और इसे अपने जीवन का हिस्सा बना लिया। स्वामी शिवानंद पिछले 100 वर्षों से प्रयागराज, नासिक, उज्जैन और हरिद्वार में आयोजित कुंभ मेलों में भाग लेते रहे हैं।
वर्ष 2022 में, स्वामी शिवानंद को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उस समय उनकी आयु 125 वर्ष थी। स्वामी शिवानंद हमेशा अपनी सुबह की शुरुआत योग और ध्यान से करते हैं।
उनका कहना है कि उनका सादा जीवन ही उनकी लंबी उम्र का कारण है। उनका खान-पान बेहद सादा है। वे उबली हुई सब्ज़ियाँ, मसाले और बिना चर्बी वाला चावल खाते हैं।
उनका मानना है कि सादा खान-पान, सुबह जल्दी उठना और आत्म-संयम, लंबी और स्वस्थ ज़िंदगी के तीन सबसे बड़े राज़ हैं। इसके अलावा, ध्यान और योग भी स्वस्थ और फिट रहने में मदद करते हैं।
स्वामी शिवानंद तकनीक से दूर अपना जीवन जीते हैं। वे आधुनिक दुनिया से दूर रहें और बिजली, कार और फ़ोन का इस्तेमाल न करें।
उनकी जीवनशैली सरल और स्वतंत्र है। वे केवल ट्रेन से यात्रा करते हैं और दुर्गाकुंड, कबीर नगर, वाराणसी में रहते हैं। जीवन में उनकी प्राथमिकता शांति और ध्यान है। आज भी वे उसी सरल और अनुशासित जीवनशैली का पालन कर रहे हैं जिसने उन्हें दशकों से प्रेरित किया है।
स्वामी शिवानंद का जीवन कई लोगों को बेहतर जीवन जीने के लिए प्रेरित कर रहा है। वे चाहते हैं कि हर कोई स्वस्थ और रोगमुक्त जीवन जीने का प्रयास करे।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
