99% लोगों को सुबह सबसे पहले चाय पीने की आदत होती है। हालाँकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि सुबह उठने के बाद सीधे खाली पेट चाय पीना हानिकारक हो सकता है।
नियमित रूप से खाली पेट चाय पीने से एसिडिटी, गैस और मेटाबॉलिज्म से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, चाय पीने से डिहाइड्रेशन भी हो सकता है। हालाँकि, इसका मतलब यह नहीं है कि आप चाय पीना बंद कर दें।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आप सुबह चाय के बिना नहीं रह सकते, तो नियमित रूप से चाय पीते रहें। इससे कोई नुकसान नहीं होगा। जैसे, सुबह उठने के बाद कितनी बार चाय पीनी चाहिए, चाय पीने से पहले क्या खाना या पीना चाहिए? अगर इन दो बातों का ध्यान रखा जाए, तो चाय पीने के दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है।
-sav-r-j-g-n-ch-p-v-n-y-g-y-time”>सुबह उठकर चाय पीने का सही समय
रात को सोने के बाद, शरीर घंटों तक बिना पानी या भोजन के रहता है। नींद के दौरान, पाचन क्रिया धीमी हो जाती है और एसिड का स्तर बढ़ जाता है। अगर आप सुबह उठकर खाली पेट तुरंत चाय पीते हैं, तो पेट में एसिड बढ़ जाएगा, जिससे गैस और अपच हो सकती है।
सुबह उठने के बाद दूध वाली चाय पीना ज़्यादा नुकसानदायक होता है। क्योंकि इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर भी असर पड़ता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आप सुबह चाय पिए बिना नहीं रह सकते, तो उठने के तुरंत बाद चाय पीने के बजाय, कम से कम 30 से 45 मिनट तक चाय पीते रहें।
-p-s-t-of-sun-y-jan-v-r-sh-k-r-399-r-k-n-par-malsh-r-10-l-kh-s-dh-n-l-bh-j-n-k-v-r-t”>पोस्ट ऑफिस योजना: सालाना 399 रुपये के निवेश पर मिलेंगे 10 लाख रुपये तक, जानें कैसे?
इस दौरान शरीर को हाइड्रेट करने के लिए पहले गर्म पानी या नींबू पानी पीते रहें। इससे सिस्टम एक्टिव हो जाएगा और शरीर से विषाक्त पदार्थ भी बाहर निकल जाएँगे।
चाय पीने से पहले क्या खाएं?
अगर आप रोज़ाना दूध वाली चाय पीना चाहते हैं और शरीर को नुकसान नहीं पहुँचाना चाहते, तो चाय पीने से पहले हल्का नाश्ता करें। सुबह उठकर 30 मिनट का ब्रेक लें और इस दौरान सबसे पहले पानी पिएँ। इसके बाद, भीगे हुए बादाम, भीगे हुए अखरोट, मखाने जैसी कोई चीज़ थोड़ी मात्रा में खाएँ। 15 मिनट बाद चाय पीने से शरीर को कोई नुकसान नहीं होगा।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
