सनातन धर्म में स्नान को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि स्नान करने से न केवल शरीर शुद्ध होता है, बल्कि नकारात्मक ऊर्जा भी दूर होती है। किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले स्नान करना आवश्यक माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्नान के बाद कुछ कार्यों से बचना चाहिए? तो आइए इस बारे में बात करते हैं।
बाथरूम में गंदा पानी न छोड़ें।
कुछ लोगों की आदत होती है कि वे नहाने के बाद बाल्टी में गंदा पानी छोड़ देते हैं। वास्तु शास्त्र में इसे बहुत अशुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इससे राहु और केतु नाराज़ होते हैं और घर में दरिद्रता आती है।
नहाने के बाद कपड़े न धोना
अगर आपको कपड़े धोने ही हैं, तो भूलकर भी नहाने के बाद कपड़े न धोएँ। अगर आपको कपड़े धोने ही हैं, तो नहाने से पहले उन्हें धोएँ और फिर नहाएँ। वास्तु शास्त्र के अनुसार, नहाने के बाद गंदे कपड़े धोने से घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है।
गीले कपड़े न छोड़ें
कुछ लोग नहाने के बाद अपने गीले कपड़े बाथरूम में छोड़ देते हैं। वास्तु शास्त्र में इसे भी अशुभ माना जाता है। कहा जाता है कि इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
चप्पल पहनकर न नहाना
वास्तु शास्त्र के अनुसार, चप्पल पहनकर कभी नहीं नहाना चाहिए। इससे राहु और केतु की दृष्टि होती है। नहाने से पहले हमेशा चप्पल उतार दें।
स्नान के तुरंत बाद मांग में सिंदूर न भरें
महिलाओं को स्नान के तुरंत बाद अपनी मांग में सिंदूर नहीं लगाना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इससे पति की आयु कम होती है।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
