किडनी हमारे शरीर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है, जो कमर के नीचे रीढ़ की हड्डी के दोनों ओर स्थित होता है। इसका आकार राजमा जैसा होता है और यह शरीर के लिए एक फिल्टर का काम करता है।
किडनी रक्त को साफ़ करती है और शरीर से विषाक्त पदार्थों और अतिरिक्त पानी को मूत्र के रूप में बाहर निकालती है। इतना ही नहीं, यह शरीर में खनिजों और इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बनाए रखती है।
यह रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी मदद करती है और लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में भूमिका निभाती है। अगर किडनी ठीक से काम नहीं करती है, तो शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा होने लगते हैं, जिससे गंभीर बीमारियाँ हो सकती हैं। इसलिए किडनी के स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है।
पानी शरीर की हर प्रक्रिया के लिए ज़रूरी है, लेकिन किडनी के लिए यह सबसे ज़रूरी है। जब हम पर्याप्त पानी पीते हैं, तो यह किडनी से विषाक्त पदार्थों को आसानी से बाहर निकालने में मदद करता है। पानी पेशाब को पतला करता है, जिससे मूत्र मार्ग में संक्रमण और किडनी स्टोन जैसी समस्याओं का खतरा कम होता है।
अगर शरीर को पर्याप्त पानी नहीं मिलता है, तो पेशाब गाढ़ा हो जाता है और किडनी पर ज़्यादा दबाव पड़ता है। यही कारण है कि डिहाइड्रेशन से किडनी खराब होने का खतरा बढ़ सकता है। इसीलिए पानी को किडनी के लिए सबसे अच्छी प्राकृतिक औषधि माना जाता है।
किडनी के स्वास्थ्य के लिए रोज़ाना कितना पानी पीना चाहिए?: सफदरजंग अस्पताल के नेफ्रोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. हिमांशु वर्मा कहते हैं कि आमतौर पर एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए दिन भर में 2 से 3 लीटर पानी पीना ज़रूरी माना जाता है। हालाँकि, यह मात्रा उम्र, वज़न, मौसम और शारीरिक गतिविधि पर निर्भर करती है।
गर्मियों में या ज़्यादा पसीना आने पर शरीर को ज़्यादा पानी की ज़रूरत होती है। वहीं, किडनी की समस्या, मधुमेह या उच्च रक्तचाप वाले लोगों को डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही पानी पीना चाहिए।
ज़्यादा पानी पीना उतना ही नुकसानदेह हो सकता है जितना कम पानी पीना। इसलिए संतुलन बनाए रखना ज़रूरी है। सबसे आसान तरीका है कि दिन भर में बार-बार पानी पिएँ और अपने पेशाब के रंग पर ध्यान दें। हल्का पीला या पारदर्शी पेशाब इस बात का संकेत है कि शरीर को पर्याप्त पानी मिल रहा है।
इन बातों का रखें ध्यान: रोज़ाना 8-10 गिलास पानी पिएं। प्यास लगने का इंतज़ार न करें, समय-समय पर पानी पीते रहें। मीठे पेय या सोडा की बजाय सादा पानी पिएं। सुबह उठते ही एक गिलास पानी पीने की आदत डालें।
व्यायाम करने या धूप में रहने के बाद खूब पानी पिएं। किडनी की बीमारी वाले लोगों को डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही पानी पीना चाहिए। ध्यान दें यदि पेशाब का रंग गहरा पीला दिखाई दे, तो पानी की मात्रा बढ़ा दें।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
