O+ रक्त समूह सबसे आम और प्रमुख रक्त समूह है। यह रक्त समूह ABO रक्त प्रणाली और Rh कारक पर आधारित है। O+ रक्त समूह दुनिया भर में, खासकर एशियाई देशों में, खासकर भारत में, सबसे आम रक्त समूह है।
चिकित्सा अनुसंधान के अनुसार, O+ रक्त समूह में A या B प्रतिजन नहीं होते, बल्कि Rh+ प्रतिजन होते हैं। इसका मतलब है कि O+ रक्त समूह वाले लोगों का रक्त अन्य A, B, AB और O+ समूहों को दिया जा सकता है, लेकिन O- रक्त O+ को नहीं दिया जा सकता।
O+ रक्त की 5 महत्वपूर्ण विशेषताएँ, जानें कुछ खास बातें!
(1) रक्तदान करने में सक्षम: O+ रक्त समूह वाले लोग दुनिया भर में सबसे ज़्यादा रक्तदाता हैं। O+ रक्त समूह का रक्त अन्य धनात्मक रक्त समूहों (जैसे A+, B+, AB+, O+) में स्थानांतरित किया जा सकता है।
(2) अन्य रक्त समूहों से रक्त प्राप्त कर सकते हैं: O+ रक्त समूह वाले व्यक्ति A+, B+, AB+ और O+ रक्त समूहों वाले व्यक्तियों से रक्त प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन O+ ऋणात्मक रक्त समूह की आवश्यकता होने पर O- रक्त की आवश्यकता होती है।
(3) सामान्य शारीरिक स्थिति: O+ रक्त समूह वाले लोगों में आमतौर पर एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली और संक्रमण से लड़ने की थोड़ी अधिक क्षमता होती है।
(4) दुनिया में ज़्यादा प्रचलित: O+ रक्त समूह दुनिया में, खासकर एशियाई देशों में, सबसे आम रक्त समूह है। इस वजह से O+ रक्तदाताओं की संख्या ज़्यादा है।
(5) जन्म और वंश: अगर O+ रक्त समूह वाले लोग O- रक्त समूह वाले व्यक्ति से शादी करते हैं, तो उनके बच्चे O+ या O- रक्त समूह के हो सकते हैं, क्योंकि O- में Rh एंटीजन नहीं होता है।
