रक्त शर्करा के स्तर को कम रखने से मधुमेह को बिगड़ने से रोकने में मदद मिलती है। लेकिन कई बार लोगों का रक्त शर्करा स्तर कई कारणों से बढ़ जाता है। इस बढ़े हुए रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रण में लाने के लिए व्यायाम के साथ-साथ खान-पान और जीवनशैली पर ध्यान देना ज़रूरी है।
अगर कई कोशिशों के बाद भी आपका रक्त शर्करा स्तर नियंत्रित नहीं हो रहा है, तो आप कुछ खास पेड़ों के पत्तों का रस पी सकते हैं। इस पत्ते की मदद से आपका रक्त शर्करा स्तर जल्दी नियंत्रण में आ सकता है और मधुमेह में मदद मिल सकती है।
नीम के पत्ते
नीम के पत्तों में मधुमेह-रोधी तत्व पाए जाते हैं। एनसीबीआई जर्नल में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, खाली पेट नीम के पत्ते चबाने से रक्त शर्करा का स्तर कम होता है। साथ ही, नीम के पत्तों का रस पीने से अग्न्याशय को कार्य करने में मदद मिल सकती है।
मेथी के पत्ते
मधुमेह के रोगियों के लिए मेथी के हरे पत्तों का सेवन भी बहुत फायदेमंद हो सकता है। कुछ अध्ययनों के अनुसार, मेथी के पत्ते चबाने या मेथी का रस पीने से मधुमेह के लक्षण कम होते हैं। इस प्रकार, मेथी इंसुलिन बढ़ाने में मदद करती है।
तुलसी के पत्ते
घरों में आसानी से मिलने वाले तुलसी के पत्ते मधुमेह जैसी बीमारियों में मददगार होते हैं। तुलसी के पत्तों का रस या अर्क बनाकर पीने से रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में काफी मदद मिल सकती है। मुट्ठी भर तुलसी के पत्तों को थोड़े से पानी के साथ मिक्सर में पीसकर उसका रस पिएं।
सीताफल के पत्ते
मधुमेह के मरीज़ भले ही सीताफल जैसे मीठे फल को खाने से डरते हों, लेकिन इस मीठे फल के पत्ते आपके लिए बेहद उपयोगी हो सकते हैं। धनिया के पत्तों में मधुमेह-रोधी गुण पाए जाते हैं। सुपारी के पत्ते चबाने या उसका जूस बनाकर पीने से रक्त शर्करा का स्तर कम हो सकता है।
अमरूद के पत्ते
अमरूद के पत्तों का जूस पीने से भी रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
