मधुमक्खी किसी भी व्यक्ति को बाहर से डंक मार सकती है और खिड़की या दरवाज़े से अंदर घुसकर भी हमला कर सकती है। मधुमक्खी का डंक इतना तेज़ होता है कि यह त्वचा की कई परतों में घुस जाता है और जब इसका ज़हर त्वचा में फैलता है, तो सूजन आ जाती है।
काटने से काफ़ी देर तक दर्द रहता है। कई बार हालत इतनी ख़राब हो जाती है कि त्वचा में अक्सर सूजन, खुजली और दर्द इतना तेज़ होता है कि डॉक्टर के पास जाना पड़ता है।
मधुमक्खी के डंक के घरेलू उपचार
खुजलाने से काटने का निशान पता चल जाएगा।
अगर मधुमक्खी डंक मार दे, तो तुरंत नाखून या किसी चपटी चीज़ से त्वचा को रगड़ें। इससे मधुमक्खी का डंक त्वचा से निकल जाएगा और शरीर में फैलने से रुक जाएगा। इसके बाद त्वचा को पानी से धो लें और साफ़ करने के बाद दूसरे घरेलू उपाय आज़माएँ।
सेब का सिरका
सेब का सिरका मधुमक्खी के जहर को कम करने और सूजन व दर्द से राहत दिलाने का काम करता है। इसके लिए, एक टब में पानी लें और उसमें थोड़ा सा सेब का सिरका मिलाएँ।
अब मधुमक्खी के काटे हुए हिस्से को इस पानी में 10 से 15 मिनट तक भिगोएँ। मधुमक्खी के डंक का असर कम होने लगेगा।
बेकिंग सोडा
त्वचा पर बेकिंग सोडा लगाना भी फायदेमंद होता है। बेकिंग सोडा को पानी में मिलाकर पेस्ट तैयार करें।
इस पेस्ट को मधुमक्खी के डंक वाली जगह पर लगाएँ। इसे त्वचा पर लगाकर 15 मिनट तक लगा रहने दें और फिर धो लें। काटने का असर कम होगा और खुजली भी दूर होगी।
टूथपेस्ट भी काम आएगा
मधुमक्खी के डंक वाली जगह पर टूथपेस्ट लगाया जा सकता है। टूथपेस्ट के क्षारीय गुण मधुमक्खी के जहर को बेअसर करने में कारगर होते हैं। मधुमक्खी के डंक वाली जगह पर टूथपेस्ट लगाएँ और कुछ देर बाद धो लें।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
