मधुमेह पूरी दुनिया में महामारी की तरह फैल रहा है। भारत में 10 करोड़ से ज़्यादा लोग मधुमेह के मरीज़ बन चुके हैं, जबकि 15 करोड़ लोग मधुमेह के कगार पर हैं और प्री-डायबिटीज़ से जूझ रहे हैं।
अगले कुछ दशकों में स्थिति गंभीर हो सकती है। मधुमेह को एक लाइलाज बीमारी माना जाता है, क्योंकि इसे इलाज से स्थायी रूप से ठीक नहीं किया जा सकता। हालाँकि, इस बीमारी को दवा, इंसुलिन और स्वस्थ आहार से नियंत्रित किया जा सकता है। मधुमेह रोगियों को शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए जीवन भर दवा या इंसुलिन लेना पड़ता है।
लोग मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए कई घरेलू नुस्खे भी अपनाते हैं, जिनका शुगर लेवल पर बहुत कम असर होता है। लगभग 2 साल पहले वैज्ञानिकों के एक समूह ने दावा किया था कि प्याज से मधुमेह को नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने एक शोध के ज़रिए बताया कि प्याज के अर्क के सेवन से रक्त शर्करा का स्तर 50% तक कम हो सकता है।
वैज्ञानिकों ने चूहों पर किए गए एक अध्ययन के आधार पर यह दावा किया है। वैज्ञानिकों ने तो प्याज को मधुमेह का सबसे सस्ता और आसानी से उपलब्ध इलाज भी घोषित किया है। प्याज का अर्क स्वास्थ्य के लिए अद्भुत हो सकता है।
ब्रिटिश वेबसाइट एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्याज का सेवन रक्त शर्करा को नियंत्रित करने का सबसे सस्ता और कारगर तरीका हो सकता है। इस शोध के अनुसार, प्याज के अर्क को एलियम सेपा के नाम से जाना जाता है।
मेटफॉर्मिन जैसी दवाओं के साथ, यह मधुमेह को काफी हद तक नियंत्रित कर सकता है। मेटफॉर्मिन एक आम दवा है, जिसका इस्तेमाल मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए सबसे ज़्यादा किया जाता है। इस अध्ययन के प्रमुख शोधकर्ता ने कहा कि प्याज मधुमेह को नियंत्रित करने का एक सस्ता और आसानी से उपलब्ध उपाय है।
वर्ष 2022 में प्रस्तुत इस शोध में, शोधकर्ताओं ने बताया कि प्रयोग के दौरान, मधुमेह से ग्रस्त चूहों को 400 मिलीग्राम और 600 मिलीग्राम प्याज का अर्क दिया गया। इससे चूहों के रक्त शर्करा का स्तर 50% और 35% कम हो गया।
इसके अलावा, प्याज के सेवन से उच्च कोलेस्ट्रॉल भी कम होता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि भविष्य में, प्याज का अर्क मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। प्याज का अर्क औषधीय गुणों से भरपूर और कई स्वास्थ्य समस्याओं से राहत दिलाने में सक्षम।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
