(1) ज़्यादा नमक खाना: नमक में सोडियम की मात्रा ज़्यादा होती है, जिससे रक्तचाप बढ़ता है। उच्च रक्तचाप गुर्दे की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुँचाता है, जिससे गुर्दे की कार्यक्षमता कम हो जाती है। इसलिए, ज़्यादा प्रोसेस्ड फ़ूड और फ़ास्ट फ़ूड के सेवन से बचना चाहिए।
(2) उच्च रक्तचाप से बचाव: लंबे समय तक उच्च रक्तचाप गुर्दे की रक्त वाहिकाओं को गंभीर नुकसान पहुँचा सकता है।
इससे गुर्दे ठीक से काम नहीं कर पाते और उनकी कार्य करने की क्षमता कम हो जाती है। इसलिए, उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करना बेहद ज़रूरी है।
(3) ज़्यादा प्रोटीन खाना: प्रोटीन शरीर के लिए ज़रूरी है, लेकिन इसकी ज़्यादा मात्रा गुर्दे पर दबाव डालती है। ज़्यादा प्रोटीन खाना आपके लिए हानिकारक हो सकता है, खासकर अगर आपको पहले से ही गुर्दे की समस्या है।
(4) पर्याप्त पानी न पीना: पानी हमारे शरीर के लिए अमृत के समान है। कम पानी पीने से गुर्दे को शरीर से विषाक्त पदार्थों और अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने के लिए ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है।
लंबे समय तक कम पानी पीने से गुर्दे पर ज़्यादा दबाव पड़ता है और गुर्दे की पथरी और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
(5) मधुमेह को नियंत्रित न करना: जिन लोगों को मधुमेह है और वे अपने रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित नहीं करते हैं, उन्हें गुर्दे की क्षति का उच्च जोखिम होता है।
उच्च रक्त शर्करा का स्तर गुर्दे में रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है, जिससे गुर्दे की विफलता भी हो सकती है।
(6) बार-बार दर्द निवारक दवाएं लेना: सामान्य दर्द के लिए भी बार-बार दर्द निवारक दवाएं लेने की आदत गुर्दे के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकती है। बहुत अधिक दर्द निवारक दवाएं लेने से गुर्दे की कार्यक्षमता धीरे-धीरे प्रभावित होती है और गुर्दे को नुकसान हो सकता है। लंबे समय तक।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
