आजकल, अस्वास्थ्यकर जीवनशैली और गलत खान-पान के कारण ज़्यादातर लोग लिवर संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं। अक्सर लोग लिवर से जुड़े लक्षणों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। ऐसे में लिवर डैमेज और लिवर कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
लिवर कैंसर बहुत तेज़ी से फैलने वाला कैंसर है। लिवर कैंसर होने पर शरीर में कुछ लक्षण दिखाई देते हैं। समय रहते इन लक्षणों को पहचानकर इस बीमारी का इलाज किया जा सकता है।
उल्टी या जी मिचलाना
लिवर कैंसर होने पर मरीज़ को बार-बार उल्टी या जी मिचलाना हो सकता है। इसके अलावा, पेट में सूजन भी महसूस होती है।
भूख न लगना
भूख न लगना या खाने की इच्छा न होना भी लिवर कैंसर का संकेत हो सकता है। बहुत कम खाना खाने के बाद भी पेट भरा हुआ महसूस होना एक बड़ा चेतावनी संकेत हो सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लिवर में ट्यूमर पेट पर दबाव डालता है, जिससे हल्का खाना खाने के बाद भी पेट भरा हुआ महसूस होता है।
त्वचा और आँखों का पीला पड़ना
त्वचा और आँखों का पीला पड़ना लिवर कैंसर का संकेत हो सकता है। लिवर में समस्या होने पर शरीर में बिलीरुबिन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे त्वचा और आँखों का रंग पीला पड़ जाता है। अगर आपका चेहरा और आँखें पीली पड़ जाएँ, तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।
अचानक वज़न कम होना
बिना किसी कारण के अचानक वज़न कम होना लिवर कैंसर का संकेत हो सकता है। ऐसे में इसे नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
पेट के दाहिनी ओर दर्द
पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में दर्द या भारीपन लिवर कैंसर का संकेत हो सकता है। यह दर्द हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकता है। कभी-कभी यह पीछे की ओर भी फैल सकता है। ऐसे में इस लक्षण को नज़रअंदाज़ न करें और तुरंत डॉक्टर के पास जाएँ।
थकान और कमज़ोरी
थकान और कमज़ोरी महसूस होना भी लिवर कैंसर का संकेत हो सकता है। बिना किसी स्पष्ट कारण के लगातार थकान और कमज़ोरी महसूस होना लिवर कैंसर का लक्षण हो सकता है।
त्वचा में खुजली
लगातार खुजली या त्वचा का रूखापन भी लिवर कैंसर का संकेत हो सकता है। जब रक्तप्रवाह में पित्त अम्ल जमा हो जाते हैं, तो खुजली हो सकती है।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
