पित्ताशय शरीर का एक छोटा अंग है, जो यकृत के नीचे स्थित होता है। इसका कार्य पित्त रस का भंडारण करना है, जो भोजन के पाचन में मदद करता है। लेकिन जब इसके पित्त में कोलेस्ट्रॉल या अन्य तत्व असंतुलित हो जाते हैं, तो छोटे-छोटे पत्थर, जिन्हें पित्ताशय की पथरी कहते हैं, बनने लगते हैं।
कभी-कभी ये पत्थर इतने छोटे होते हैं कि इनके लक्षण दिखाई नहीं देते, लेकिन जब इनका आकार बढ़ जाता है, तो तेज दर्द, उल्टी, पाचन संबंधी समस्या जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
पित्त की पथरी की समस्या होने पर खान-पान पर बहुत ध्यान देने की ज़रूरत होती है। इस खबर में हम आपको बताएंगे कि कौन से खाद्य पदार्थ पित्ताशय की पथरी के खतरे को बढ़ा सकते हैं और ऐसे में किन चीजों से परहेज करना चाहिए।
वसायुक्त और तले हुए खाद्य पदार्थ
ज़्यादा तले हुए और उच्च वसा वाले खाद्य पदार्थ जैसे समोसे, पूरी, पकौड़े, बर्गर, फ्रेंच फ्राइज़ आदि पित्ताशय की पथरी के खतरे को बढ़ा सकते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब हम बहुत अधिक वसायुक्त भोजन खाते हैं, तो पित्ताशय उसे पचाने के लिए अधिक पित्त स्रावित करने लगता है। इससे पित्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है, जो पित्ताशय की पथरी का सीधा कारण है।
प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ
मैगी, चिप्स, बिस्कुट, केक, और बाहर से स्वादिष्ट दिखने वाले रेडी-टू-ईट भोजन जैसे प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ भी पित्ताशय की पथरी का कारण बन सकते हैं। इनमें ट्रांस वसा और परिरक्षक होते हैं, जिनका लीवर और पित्ताशय पर सीधा नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ये खाद्य पदार्थ पित्त स्राव में असंतुलन पैदा कर सकते हैं और कोलेस्ट्रॉल पथरी बनने की संभावना को बढ़ा सकते हैं।
चीनी और परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट
केक, पेस्ट्री, मिठाइयाँ, सफेद ब्रेड, सफेद चावल, कोल्ड ड्रिंक जैसे खाद्य पदार्थ इनमें बहुत अधिक चीनी और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो इंसुलिन के स्तर को बढ़ा सकते हैं। इससे शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी बढ़ सकता है, जिससे पथरी हो सकती है। आंकड़ों के अनुसार, आहार में बहुत अधिक चीनी और रिफाइंड खाद्य पदार्थ शामिल करने से पित्ताशय की थैली धीमी हो सकती है।
कैफीन और शराब
बहुत अधिक कैफीन (कॉफी, एनर्जी ड्रिंक) और शराब पीने से भी लीवर और पाचन तंत्र कमजोर हो सकता है। इससे पित्त का निर्माण प्रभावित होता है और पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है।
पित्ताशय को स्वस्थ रखने के लिए क्या खाएं?
पित्ताशय को स्वस्थ रखने के लिए फाइबर और स्वस्थ वसा से भरपूर खाद्य पदार्थ खाना शुरू करें। अपने आहार में हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज, मेवे, एवोकाडो शामिल करें। साथ ही, हर दिन कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पिएं। इसके अलावा, रोज़ाना व्यायाम आपके पित्ताशय को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
