हमारे शरीर में दो गुर्दे होते हैं जो पीठ के निचले हिस्से में स्थित होते हैं। गुर्दे का सबसे महत्वपूर्ण कार्य शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालना है। इसके अलावा, गुर्दे रक्तचाप को नियंत्रित करते हैं और इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित करते हैं।
गर्मी के मौसम में तापमान बढ़ने के कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है जिसका सीधा असर गुर्दे पर पड़ता है। गर्मी के मौसम में हमारी कुछ आदतें ऐसी होती हैं जो हमारे गुर्दे को नुकसान पहुँचा सकती हैं। आइए जानते हैं उन आदतों के बारे में जो गुर्दे को नुकसान पहुँचा सकती हैं।
कम पानी पिएं
गर्मी के मौसम में शरीर को पानी की ज़रूरत होती है। गर्मियों में पर्याप्त पानी न पीने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है जिसका असर गुर्दे पर पड़ता है। डिहाइड्रेशन के कारण गुर्दे ठीक से काम नहीं कर पाते, ऐसे में गुर्दे की पथरी सहित कई समस्याओं का खतरा रहता है।
अत्यधिक ठंडे पेय का सेवन
गर्मी के मौसम में ज़्यादातर लोग ठंडे पेय का सेवन करते हैं। ठंडे पेय का ज़्यादा सेवन गुर्दे पर बुरा असर डाल सकता है। मीठे और कैफीनयुक्त पेय पदार्थ शरीर में पानी की कमी को बढ़ाते हैं, जिसका सीधा असर किडनी पर पड़ता है।
गर्मियों में तैलीय और नमकीन भोजन का सेवन
गर्मियों में बहुत अधिक तैलीय और नमकीन भोजन खाने से भी किडनी को नुकसान हो सकता है। ज़्यादा नमक खाने से रक्तचाप प्रभावित होता है, जिससे किडनी पर भी दबाव पड़ता है।
व्यायाम न करें
गर्मी के मौसम में व्यायाम न करने से शरीर का मेटाबॉलिज़्म धीमा हो जाता है, जिससे किडनी पर ज़्यादा दबाव पड़ता है। गर्मी के मौसम में व्यायाम ज़रूर करें।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
