ठंड आते ही शरीर को गर्म रखने के लिए विशेष ध्यान रखने की ज़रूरत होती है। ऐसे में ज़्यादातर लोग सूखे मेवों का सेवन करते हैं, क्योंकि इनकी तासीर गर्म होती है और ये शरीर को ज़रूरी पोषण प्रदान करते हैं।
बादाम और किशमिश जैसे सूखे मेवे न सिर्फ़ शरीर को गर्म रखते हैं, बल्कि कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में भी मदद करते हैं।
लेकिन अक्सर एक सवाल उठता है कि सर्दियों में इनका सेवन कैसे करें – इन्हें भिगोकर खाना चाहिए या सुखाकर? आइए, इस लेख में जानते हैं सर्दियों में बादाम और किशमिश खाने का सही तरीका और इसके अद्भुत फ़ायदे।
सर्दियों में भीगे हुए बादाम और किशमिश खाने का महत्व
स्वास्थ्य विशेषज्ञों और आहार विशेषज्ञों के अनुसार, गर्मी हो या सर्दी, भीगे हुए सूखे मेवे खाना हमेशा ज़्यादा फ़ायदेमंद होता है। भिगोने से इनके पोषक तत्व ज़्यादा सक्रिय हो जाते हैं और पचने में भी आसान होते हैं।
बादाम भिगोने से उनकी बाहरी त्वचा मुलायम हो जाती है, जिसमें टैनिन नामक पदार्थ होता है। ये टैनिन पोषक तत्वों के अवशोषण को बाधित कर सकते हैं।
बादाम के छिलके उतारने से शरीर को बादाम में मौजूद विटामिन और मिनरल्स बेहतर तरीके से मिल पाते हैं। इसके अलावा, किशमिश को पानी में भिगोने से उनमें मौजूद शुगर लेवल संतुलित रहता है, जिससे शरीर को तुरंत ऊर्जा मिलती है।
सर्दियों में भी आप बादाम और किशमिश को रात भर पानी में भिगोकर सुबह खा सकते हैं। इससे शरीर को गर्मी, ऊर्जा और ताकत मिलती है।
सुबह बादाम और किशमिश खाने के फायदे
ऊर्जा का बेहतरीन स्रोत: शरीर की कमज़ोरी दूर करने के लिए आप सुबह भीगे हुए बादाम और किशमिश का सेवन कर सकते हैं। ये ऊर्जा के प्राकृतिक स्रोत हैं, जो आपको पूरे दिन सक्रिय और ऊर्जावान बनाए रखते हैं।
पाचन तंत्र को मज़बूत बनाता है: सूखे मेवों में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को मज़बूत बनाता है। भीगे हुए बादाम और किशमिश कब्ज़ और एसिडिटी से परेशान लोगों के लिए किसी रामबाण इलाज से कम नहीं हैं।
उच्च रक्तचाप नियंत्रित करें: ये सूखे मेवे उच्च रक्तचाप के रोगियों के लिए भी बहुत फायदेमंद हैं। इनमें मौजूद पोटेशियम और मैग्नीशियम रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
प्रतिरक्षा बढ़ाने वाला: भीगे हुए बादाम और किशमिश खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। यह सर्दी-जुकाम जैसी आम बीमारियों से बचाव में मदद करता है।
याददाश्त बढ़ाता है: बादाम को दिमाग के लिए “ब्रेन फ़ूड” कहा जाता है। इसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन ई मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं। रोज सुबह 5-6 भीगे हुए बादाम खाने से याददाश्त और एकाग्रता में सुधार होता है।
तनाव और थकान दूर करता है: किशमिश में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और प्राकृतिक शर्करा तनाव और मानसिक थकान को कम करते हैं। यह आपके दिमाग को तरोताजा रखता है।
त्वचा की चमक: बादाम और किशमिश में मौजूद विटामिन ई और एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाते हैं। यह उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है और त्वचा को लंबे समय तक जवां बनाए रखता है।
बालों के लिए फायदेमंद: बादाम में मौजूद बायोटिन और ओमेगा-3 फैटी एसिड बालों को मज़बूत और घना बनाते हैं। वहीं, किशमिश में मौजूद आयरन की उच्च मात्रा बालों की जड़ों को पोषण देती है, जिससे बालों के झड़ने की समस्या कम होती है।
सूखे मेवों का सही सेवन कैसे करें?
5-6 बादाम और 8-10 किशमिश रात भर पानी में भिगो दें। सुबह इसे छीलकर खाली पेट खा लें। पानी को फेंकने के बजाय पी लें, क्योंकि इसमें भी पोषक तत्व होते हैं। सर्दियों में इसके साथ गर्म दूध का सेवन करें, जो शरीर को अतिरिक्त गर्मी प्रदान करता है।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
