कैंसर मरीजों के लिए खुशखबरी, मिल गया कैंसर का इलाज! यहां जानें किस स्टेज में मिलेगा फायदा…

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नई कैंसर दवा: कैंसर रोगियों के लिए एक अच्छी और राहत भरी खबर आ रही है। आपको बता दें कि कैंसर हर साल कई लोगों की जान ले लेता है। इस वजह से मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। लेकिन इसी बीच कैंसर रोगियों के लिए एक अच्छी खबर है। अगर कोई महिला एंडोमेट्रियल या गर्भाशय कैंसर के उन्नत चरण से जूझ रही है, तो अब उसके लिए उम्मीद की एक नई किरण है।

हाल ही में एक नई दवा को इलाज के लिए मंज़ूरी मिली है, जो कैंसर को फैलने से तो रोकती ही है, साथ ही मौत के जोखिम को भी कम करती है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह दवा उन रोगियों के लिए विशेष रूप से प्रभावी हो सकती है जो उन्नत चरण में पहुँच चुके हैं। इस दवा के इस्तेमाल से उन्नत चरण के गर्भाशय कैंसर के रोगियों में मृत्यु के जोखिम को 26% तक कम किया जा सकता है।
आपको बता दें कि इंग्लैंड में राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (NHS) ने एक नई दवा, पेम्ब्रोलिज़ुमाब, को मंज़ूरी दी है, जो गर्भाशय कैंसर के इलाज में कारगर हो सकती है। अकेले ब्रिटेन में हर साल लगभग 9,700 महिलाएं एंडोमेट्रियल कैंसर से पीड़ित होती हैं, जो गर्भाशय की आंतरिक परत में शुरू होता है। यह सबसे आम स्त्री रोग संबंधी कैंसर है। गर्भाशय कैंसर के उन्नत चरण और आवर्ती कैंसर का इलाज बहुत मुश्किल माना जाता है।
नई दवा इस जानलेवा बीमारी का इलाज करेगी
अब नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ एंड केयर एक्सीलेंस ने उन्नत या आवर्ती गर्भाशय कैंसर यानी एंडोमेट्रियल कैंसर के मामलों में पेम्ब्रोलिज़ुमाब के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है। इस कैंसर-निवारक दवा को कीट्रूडा भी कहा जाता है। यह एक इम्यूनोथेरेपी दवा है जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कैंसर से लड़ने में मदद करती है।
यह दवा कैसे दी जाती है?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, पेम्ब्रोलिज़ुमाब कैंसर रोगियों को कार्बोप्लाटिन और पैक्लिटैक्सेल नामक कीमोथेरेपी दवाओं के साथ ड्रिप के माध्यम से दिया जाता है।
यह उपचार मरीजों को अधिकतम 2 साल तक दिया जा सकता है। नैदानिक ​​परीक्षणों से यह भी पता चला है कि उपचारों का यह संयोजन कैंसर के प्रसार को धीमा करता है और मृत्यु के जोखिम को 26% तक कम करता है।
गर्भाशय कैंसर के लक्षण
  • रजोनिवृत्ति के बाद योनि से रक्तस्राव
  • असामान्य स्राव (पानी जैसा या खूनी)
  • पेट या श्रोणि क्षेत्र में दर्द या दबाव
  • पेट में सूजन या सूजन
  • बार-बार पेशाब आना या पेशाब करने में कठिनाई
  • अचानक वज़न कम होना, थकान या भूख न लगना
अब तक इलाज कैसा रहा? गर्भाशय कैंसर का इलाज कई कारकों पर निर्भर करता है। जैसे कि कैंसर का चरण या मरीज़ को कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या है या नहीं। इसके आधार पर, सर्जरी, रेडिएशन या कीमोथेरेपी जैसी उपचार तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है।
अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थितियाँ और ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है।
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